पटना : राजधानी के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर डी एन अकेला के विजया आंख अस्पताल में मेगा सेमिनार का आयोजन पटना ओप्थललोजिकल सोसायटी के तत्वाधान में किया गया, इसमें पटना एवं बिहार से आए कई नेत्र विशेषज्ञ व चिकित्सकों द्वारा टोरिक लेंस पर विस्तृत रूप से शोध पत्र प्रस्तुत किया गया, जिससे मरीज को काफी फायदा होगा।
सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ डी. एन. अकेला ने कहा कि टोरिक लेंस बेहद कारगर लेंस है। आँखो के लिए अब तक के सबसे अच्छे टोरिक आइ लेंस अब पटना में भी मौजूद हैं। इस सर्वश्रेष्ठ लेंस के लिए लोग पहले दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे शहर जाते थे। मगर अब वे इन परेशानियों से बच सकेंगे। यह बिहार और यहां के लोगों के लिए अच्छी खबर है।
वहीं, सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ सुधीर कुमार और डॉ ज्ञान भास्कर ने कहा कि अगर आप एस्टिग्मेटिज्म से परेशान है तो टोरिक लेंस आपकी परेशानी दूर कर सकता है। एस्टिग्मेटिज्म में रेटिना पर पड़नेवाली लाइट किसी एक जगह नहीं, बल्कि कई जगह गिरती है। इससे पीड़ित शख्स को आंखों में धुंधलापन, कम दिखना और सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। टोरिक लेंस सॉफ्ट, रिजिड गैस परमिएबल, एक्सटेंडेड वीयर के साथ कलर्ड लेंस सेग्मेंट में भी उपलब्ध हैं। यह भी बाइफोकल लेंस की तरह काम करता है। पास और दूर की चीजों को देखने के लिए भी केवल टोरिक लेंस का यूज कर सकते हैं। सेमिनार को डॉ निलेश मोहन और डॉ सुजीत मिश्रा ने भी संबोधित किया।
कमेटी के चेयरमैन डॉ ज्ञान भास्कर एवं प्रमुख नेत्र चिकित्सक डॉ नागेंद्र प्रसाद डॉक्टर सुनील कुमार डॉक्टर सुभाष प्रसाद डॉक्टर सुधीर कुमार डॉ राजेश तिवारी डॉ शरद कुमार डॉक्टर सुमित मिश्रा निलेश मोहन डॉक्टर रश्मि चंदा डॉक्टर अकबर एवं अन्य विशेष रूप से फोकस व्याख्यान दिया धन्यवाद ज्ञापन किया और कहा कि इस तरह के सेमिनार से आम जनता को लाभ मिलेगा