हरियाणा के अंबाला में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा है| सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि केंद्र में जब भाजपा की सरकार बनी तो 2 करोड़ रोजगार के वादे किए गए थे जबकि 5 करोड़ रोजगार खत्म हो गए, सिर्फ नोटबंदी के कारण 5 लाख लोग बेरोजगार हो गयें|
पौराणिक ग्रंथों का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि अहंकार कभी किसी का नहीं रहा और न ही इस देश ने अहंकार कभी बर्दाश्त किया| अहंकारी दुर्योधन को जब भगवान कृष्ण समझाने गए तो उनको बंदी बनाने की कोशिश की गयी जिसका हश्र जगजाहिर है| वही चुनावी रैली में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.....का उच्चारण करते हुए प्रियंका गांधी ने लोगों से सजग और जागरूक रहने की अपील की| उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है जिसमे राष्ट्र की प्रगति निहित होती है|
कांग्रेस के चुनावी घोषणा-पत्र में शामिल न्याय योजना का उल्लेख करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि इस घोषणापत्र में न्याय का जिक्र है जिसके तहत गरीब तबके के लोगों को सालाना 72 हजार दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में पूरे देश में घूम-घूमकर भाजपा नेताओं ने 15-15 लाख रूपये देने का देशवासियों से वादा किया था जिसे बाद में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद उसे जूमला करार दिया था|
प्रियंका गांधी के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि यह 23 मई को देश की जनता तय कर देगी कि कौन अर्जुन और कौन दुर्योधन है|