दुबई : पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का मानना है कि भारत को अपना प्रमुख तेज आक्रमण तलाशना होगा जो अगले महीने शुरू हो रहे विश्व कप के दौरान विकेट ले सके. आईसीसी मैच रैफरी श्रीनाथ ने कहा, 'भारत के लिये यह बहुत जरुरी है कि वह अपना प्रमुख तेज आक्रमण पहचाने. इस समय भुवनेश्वर कुमार का खेलना तो तय है और फिट होने पर ईशांत भी खेलेंगे बशर्ते वह लाइन और लैंग्थ हासिल कर सके. तीसरा तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी या उमेश यादव होगा.' उन्होंने कहा, 'भुवनेश्वर की ताकत गेंद को स्विंग कराने का उसका कौशल है जबकि बाकियों के पास रफ्तार है. भुवनेश्वर को छोडकर बाकी गेंदबाजों को एक गज पीछे गेंद डालनी होगी ताकि बल्लेबाज कट या पूल शाट खेलते समय असहज हो जाये.' श्रीनाथ ने कहा, 'तेज गेंदबाजों को किफायती गेंदबाजी के साथ विकेट भी लेने होंगे. हर पारी में दो नयी गेंद मिलना वरदान होगा.' चार विश्व कप (1992, 1996, 1999 और 2003) में 44 विकेट ले चुके श्रीनाथ ने कहा कि भारतीय तेज गेंदबाजों को एक पखवाडे के भीतर अपनी कमजोरियों से उबरना होगा.' उन्होंने आईसीसी के लिये अपने कॉलम में कहा, 'प्रयोग का समय पूरा हो चुका है. आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में दो हफ्ते बचे हैं लिहाजा अपने प्रदर्शन को बेहतर करना होगा.' श्रीनाथ ने कहा, 'तेज गेंदबाजों का जल्दी लय में आना जरुरी है. अगले 15 दिन में तमाम कमजोरियों, कमियों, आत्मविश्वास की कमी, फार्म या फिटनेस की समस्याओं से उबरना होगा.' अच्छे शुरुआती स्पैल की जरुरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, 'पहला स्पैल अच्छा फेंकना जरुरी है. इससे आत्मविश्वास आता है जो दूसरे स्पैल में काम आता है.' उन्होंने कहा कि गेंदबाजों को समझना होगा कि हर बार उनके बल्लेबाज संकटमोचक नहीं बनेंगे. ऐसे में ईशांत जैसे गेंदबाजों की जिम्मेदारी बढ जाती है.