हर समय थका-थका महसूस करते हैं? हाथ-पैर में जान ही नहीं मालूम पड़ती है? तेजी से बाल झड़ने की शिकायत भी सता रही है? अगर हां तो हर दूसरे दिन धूप सेंकना शुरू कर दें क्योंकि मुमकिन है आप विटामिन-डी की कमी से जूझ रहे हों। डॉक्टर स्टीवन लिन के नेतृत्व में हुए ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा के एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट का स्तर नियंत्रित रखने के साथ ही उनके इस्तेमाल की क्षमता निर्धारित करने के लिए भी अहम माना जाता है। हड्डियों, मांसपेशियों और दांतों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही यह रोगों से लड़ने की ताकत भी बढ़ाता है। यही वजह है कि इसकी कमी से व्यक्ति को न सिर्फ जल्दी-जल्दी सर्दी-जुकाम-बुखार होने की शिकायत सताती है, बल्कि उसके घाव भी देरी से भरते हैं और हर समय सुस्ती, थकान और कमजोरी का एहसास बना रहता है।
जरूरत से ज्यादा पसीना होना भी विटामिन-डी की कमी का संकेत है। इसके अलावा हाथ-पैर और जोड़ों में लगातार दर्द व ऐंठन महसूस होना भी इसकी खुराक बढ़ाने का इशारा करता है। लंबे समय तक ध्यान न देने पर ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों-मांसपेशियों में क्षरण) की शिकायत पनप सकती है, जो फ्रैक्चर का खतरा बढ़ाती है। उन्होंने विटामिन-डी की जरूरत पूरा करने के लिए दवाएं और सप्लीमेंट लेने के बजाय धूप सेंकने की नसीहत दी। विभिन्न अध्ययनों में सुबह की हल्की धूप को विटामिन-डी का सबसे बेहतरीन प्राकृतिक स्रोत करार दिया गया है।
सलाह
इनमें ज्यादा कमी
किसे कितनी जरूरत
धूप से बेहतर कुछ नहीं
20 मिनट की सिंकाई काफी
अति बुरी है