राजद का बिहार बंद विफल, कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी ने लालू-राबड़ी के जंगलराज की दिलाई याद: ललन यादव

रिपोर्ट: इन्द्रमोहन पाण्डेय

पटना : असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में बिहार बंद के दौरान कवरेज करने गये फोटो व वीडियो जर्नलिस्ट की कथित पिटाई की घोर भर्त्सना करते हुए इसे भारत की लोकतान्त्रिक व्यवस्था पर धब्बा बताया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का सम्मान हर हाल में होना चाहिए चाहे वो राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता हो या फिर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी। राजद के बिहार बंद को पूरी तरह विफल बताते हुए ललन यादव ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून देशहित में है, लेकिन सत्ता से बेदखल लोग सत्ता पाने की छटपटाहट में लोगों को गुमराह कर देश को हिंसा की आग में झोकने की हर मुमकिन कोशिश में जुटे हैं| ऐसे लोगों को कभी कामयाबी नहीं मिलेगी क्योकि देश की जनता हर सियासी पार्टी के चाल, चरित्र और चेहरे से भलीभांति अवगत है|

श्री यादव ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में राजद द्वारा बुलाये गये बिहार बंद के दौरान उपद्रवियों ने जिस प्रकार पटना से इलेक्ट्रोनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों एवं एक दैनिक अखवार के फोटोग्राफर दिनेश कुमार के साथ मारपीट कर उन्हें लहूलुहान कर दिया यह काफी सभ्य समाज के लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक है| उन्होंने कहा कि आज बंद के दौरान जिस प्रकार से राजधानी पटना की सड़कों पर राजद कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी देखने को मिली वह लालू-राबड़ी के जंगलराज की तस्वीर फिर से बिहारियों के जेहन में तरोताजा हो गया| लोकतंत्र में उपद्रव व हिंसा के लिए कोई स्थान नही है। बंद को बिहार की आम जनता का समर्थन नहीं मिलने से बौखलाए राजद के लोगों ने जिस प्रकार से पूरे बिहार में उत्पात मचाया है, जिसका आनेवाले विधानसभा चुनाव में जनता करारा जबाब देगी| यह पत्रकारों पर नहीं बल्कि लोकतंत्र के चौथे खम्भे पर हमला है जो काफी दुःखदायी एवं दुर्भाग्यपूर्ण है| नीतीश सरकार से मांग करते हुए श्री यादव ने कहा कि जिला प्रशासन दोषियों को अविलंब चिन्हित एवं  गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे| 

 


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