वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बिहार सरकार ने बजट पेश कर दिया है। इस बजट से आने वाले दिनों में बिहार की अर्थव्यवस्था किस तरह सुधर पाएगी इस पर सरकार ने खासा ध्यान दिया है। बजट को लेकर आम आदमी और व्यापारियों के मन में काफी सवाल भी उठते रहते हैं। तो आइए समझते हैं बजट को आसान भाषा में।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ।
सीआईआई, बिहार राज्य परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने कहा कि बिहार सरकार के इस बजट से कोरोना के बावजूद आर्थिक विकास दर में आगे बने रहने में बिहार को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में 800 करोड़ का निवेश के साथ 151 इथेनॉल उत्पादन केंद्र बनाए जाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पेश बिहार के बजट में उद्योग और निवेश को बढ़ावा देने लिए 1643.74 करोड़ का प्रावधान किया गया है। बजट का आकार भी पिछली बार से 10 प्रतिशत बढ़ाया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बिहार के औद्योगिक विकास को तेजी से आगे बढ़ाने में उद्योग और निवेश के लिए बजट में बढ़ोत्तरी काफी मददगार साबित होगा।
बिहारवासियों को मिलेगा रोजगार।
नरेंद्र कुमार ने कहा कि महामारी की हर वेव के साथ सरकार और उद्योग मुश्किलों से उबरने में ज्यादा सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के इस बजट से सृजन के उपाय होने के आसार देखने को मिलेगे। हालांकि महिलाओं बच्चों के विकास के लिए 1,23,757 लाख का बजट कृषि निर्यात नीति को प्रोत्साहन देने की बात कही गई है , जिससे कृषि आधारित उद्योग को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
कुशल प्रतिभा के लिए बिहार बनेगा वैश्विक केंद्र।
उन्होंने उम्मीद जताई कि पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्रतिभा क्षमता को मजबूत करने पर जोर देने के साथ बिहार कुशल प्रतिभा के लिए एक वैश्विक केंद्र बन जाएगा। कुल मिलाकर, बजट 2022 बिहार के आर्थिक और डिजिटल विकास को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी प्रोत्साहन प्रदान करने का वादा करता है।
बजट को लेकर क्या कुछ कहा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2022-23 के बिहार बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि यह बजट आर्थिक विकास को गति देने के साथ-साथ लोक कल्याणकारी है। उन्होंने कहा कि यह एक विकासशील बजट है। यह बजट विकास दर को और गति देगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022-23 के कुल बजट व्यय का आकार 2,37,891.1885 करोड़ रूपये है, जिसमें राज्य के विकास योजना मद में 1,00,230.25 करोड़ रूपये एवं स्थापना और प्रतिबद्ध व्यय मद में 1,37,460.94 करोड़ रूपये है। इस बजट में शिक्षा विभाग के लिए 39,191.87 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य विभाग के लिये 16,134.39 करोड़ रूपये, ग्रामीण विकास के लिये 15,456.47 करोड़ रूपये, गृह विभाग के लिये 14,372.76 करोड़ रूपये तथा ऊर्जा विभाग के लिये 11,475.97 करोड़ रूपये प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट से कुल प्राप्ति 2,37,891.94 करोड़ रूपये अनुमानित है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 का अनुमानित राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (जी०एस०डी०पी०) 7,45,310 करोड़ रूपये है और 2022-23 का अनुमानित राजस्व बचत 4,747.84 करोड़ रूपये है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में पिछले वर्ष की तुलना में पूँजीगत व्यय 11 प्रतिशत अधिक है। इससे रोजगार सृजन में मदद मिलेगी और आधारभूत संरचनाओं का भी सृजन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान बजट छह सूत्रों- स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग एवं उद्योग में निवेश, कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र, आधारभूत संरचना (ग्रामीण एवं शहरी) तथा विभिन्न वर्गों के कल्याण पर आधारित है, जो राज्य सरकार का लक्ष्य है। इस बजट में पूर्व से चली आ रही सात निश्चय -1 की योजनाओं को पूर्ण करने तथा सात निश्चय-2 की निर्धारित योजनाओं की स्वीकृति एवं क्रियान्वयन का लक्ष्य रखा गया है एवं इसके लिये राशि की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट के माध्यम से राज्य के सभी समुदाय एवं सभी वर्गों का विकास संभव हो सकेगा।