बाबा चौहरमल राष्ट्रीय कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद ब्रह्मदेव आनंद पासवान ने लोजपा सांसद चिराग पासवान पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि चिराग पासवान का डीएनए बिहार की दुसाध जाति से मेल नहीं खाता है।
चिराग पासवान राजनीतिक स्वार्थ के लिए पासवान जाति को कर रहे है गुमराह।
असली देशी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव आनन्द पासवान ने तारामंडल के सामने स्थित संत रविदास आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इन बातो को कहा। वह इतना ही पर नही रुके उन्होंने चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि चिराग पासवान अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए बिहार की पासवान जाति को गुमराह करने की नाकाम कोशिश में जुटे हुए हैं पर चिराग पासवान कभी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि खुद को पासवान समाज का नेता बताने वाले चिराग पासवान किसी दुसाधिन की कोख से पैदा नहीं हुए हैं इसलिए पासवान समाज से जुड़े लोगों के दुःख दर्द और उनकी समस्याओं को कभी समझ ही नहीं सकते। ऐसी स्थिति में उन्हें अपना नेता बनाकर दुसाध समाज के लोग अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने की भूल कभी नहीं करेंगे।
हर पार्टियां वोट के लिए करती हैं पासवान समाज का इस्तेमाल।
ब्रह्मदेव आनंद पासवान ने कहा कि चुनावी मौसम में भले ही तमाम राजनैतिक दलों के नेता दुसाध जाति के लोगों के उत्थान के लिए बड़े-बड़े दावे करते रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि बिहार में पासवान जाति के लोग आज भी उपेक्षित और हासिये पर है। राजनीति में आबादी के अनुरूप पासवान समाज के लोगों की भागीदारी नहीं हो सकी है। सरकार, समाज और दुसाध जाति के समक्ष यह एक गंभीर मसला और यक्ष प्रश्न है। साथ ही पासवान समाज के लिए सोचनीय विषय है।
मोकामा में आयोजित बाबा चौहरमल राष्ट्रिय महोत्सव में चिराग ने किया पासवान समाज का अपमान।
उन्होंने कहा कि मोकामा में आयोजित बाबा चौहरमल राष्ट्रीय महोत्सव में देश के कोने-कोने से आए लाखों की संख्या में पासवान जाति के नेताओं को विराग पासवान ने अपमानित करने का काम किया है। प्रारंभ से ही लोजपा दुसाध जाति के विकास में बाधक रही है। बिहार में करीब 6 प्रतिशत पासवान (दुसाध) मतदाता है और लोक जनशक्ति पार्टी के गठन के वक्त से ही वे इस पार्टी के प्रति वफादार रहें। रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग एंड फैमिली अपने राजनैतिक स्वार्थपूर्ति के लिए पासवान वोटरों को गुमराह करने में जुटी है जो अब असंभव है। क्योंकि सूचना तकनीक के इस दौर में पासवान समाज के लोग अब पूरी तरह से अपने हक हुकुक के लिए जागरूक हो चुके है।
परिवारवाद के बुनियाद पर हुआ है लोजपा का गठन।
ब्रह्मदेव आनंद पासवान की माने तो लोजपा का गठन परिवारवाद की बुनियाद पर ही हुई थी। शुरू से ही लोजपा का शीर्ष नेतृत्व पासवान समाज को दरकिनार कर सिर्फ और सिर्फ परिवार के विकास के लिए काम किया। लोजपा पूर्णरूपेण परिवार की पार्टी है जिसका दुष्परिणाम आज सबके सामने है। उन्होंने कहा कि लोजपा पर कब्जे की लड़ाई में चाचा-भतीजा आपस में ही उलझे हुए हैं। इन्हें पासवान समाज के उत्थान से कोई सरोकार नहीं है। पासवान समाज का भरोसा अब इस परिवाररूपी पार्टी से टूट चुका है। आगामी चुनाव में पासवान समाज के लोग गुमराह करनेवाले नेताओं को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं।
आगे आए युवा करे पासवान समाज का नेतृत्व।
मीडिया बंधुओं के प्रश्नों का जवाब देते हुए ब्रह्मदेव आनंद पासवान ने कहा कि बिहार में पासवान समाज के युवाओं को समाज के उत्थान के लिए आगे आना चाहिए और पासवान समाज के विकास के लिए इनका नेतृत्व करना चाहिए। आज युवाओं की भूमिका राजनीति से प्रायः लुप्त होते जा रही है। जो राजनीति और समाज के भविष्य के लिए हितकारी नही है। उन्होंने कहा कि ' मैं बिहार के पासवान समाज के युवाओं से आज आह्वाहन करता हूं कि वो राजनीति के क्षेत्र में आगे आए और पासवान समाज का ईमानदारी से विकास करे।
असली देशी मोर्चा की तरफ से आयोजित की गई इस संवादाता सम्मेलन में असली देशी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव आनन्द पासवान, राष्ट्रीय संयोजक- ललन यादव, राष्ट्रीय महामंत्री विजय कुमार यादव, अर्जुन पासवान, वीणा झा, अमन पंकज, राजेश पासवान, मो० आदम विवेक पासवान, धर्मेंद्र विनीद यादव, घनश्याम महतो, राजीव यादव, संजय यादव, रेखा देवी, विनोद चौधरी हरे कृष्ण सिंह, अनिल कुमार, केदार यादव, हेमचंद्र प्रसाद सहित असली देशी मोर्चा से जुड़े अन्य नेता एवं कार्यकर्तागण उपस्थित थे।