बिहार डेस्कः छोटी उम्र अक्सर बड़े सपने देख लेती है। छोटी उम्र की यह खासियत होती है कि अपने सपनों को मुकाम देने के लिए एक वाजिब जिद भी पाल लेती है। लेकिन ख्वाबों को मुकम्मल अंजाम तक ले जाने के लिए बेहतर तालीम की जरूरत होती है। बेहतर शिक्षा के जरिए हीं संघर्ष की राह आसान कर अपने सपनों को उसके वाजिब मुकाम तक पहुंचाया जा सकता है। ऐसे में युवाओं के लिए या छात्र-छात्राओं के लिए वो संस्थान बड़ी जरूरत बन जाता है जो इनके सपनों को सही दिशा देकर उसे उसके मुकाम तक पहुंचाने में मदद करें। संघर्ष और मंजिल के बीच एक बड़ा फासला होता है जिसे एक बेहतर संस्थान के मार्गदर्शन में रहकर आसानी से पाटा जा सकता है।
भागलपुर का करियर प्वाइंट उन चंद संस्थानों की फेहरिस्त में शीर्ष पर शुमार है जिसकी वजह से जवां आखों मे पलते ख्वाब हकीकत की जमीन पर साकार हो रहे हैं। उम्र की उस दहलीज पर खड़े बच्चे जहां सपने टूटते हैं तो बड़ी तकलीफ होती है। इस संस्थान की खासियत रही कि संस्थान ने सपनों को टूटने नहीं दिया बल्कि करियर प्वाइंट के कुशल मार्गदर्शन की वजह से नाउम्मदी बिखरती चली गयी और सपने अपने मुकाम की ओर बढ़ते चले गये। इस संस्थान के कुशल मार्गदर्शन का हीं परिणाम है कि आज आईआईटी और मेडिकल की तैयारी के लिए पूर्वी बिहार का यह सबसे बेहतर संस्थान माना जाताहै। दरअसल इस संस्थान ने यह मुकाम यूं हीं तय नहीं किया बल्कि इसका श्रेय जाता है इस सफलता का सूत्रपात करने वाले संस्थान के निदेशक डॉ0 मधुरेन्द्र कुमार को, जिन्होंने न सिर्फ बेहतर भविष्य निर्माण के लिए शिक्षा की जरूरत को समझा बल्कि अपने कठित संघर्ष से करियर प्वाइंट के रूप में बिहार को एक बेहद शानदार संस्थान की सौगात भी दे दी जहां से पढ़कर बच्चे भविष्य के उजाले की ओर लगातार बढ़ रहे हैं।
करियर प्वाइंट कोटा की भागलपुर शाखा की शुरूआत 2017 में हुई और अपने मात्र एक साल के सफर में हीं अपने 25 वर्षों के सफलतम अनुभवों एवं गुणवत्तापूर्ण अध्यापन प्रणाली से आस-पास सभी टॉपरों का भरोसेमंद संस्थान बन गया है। भागलपुर एक ऐसा एजुकेशन हब है जहां आस-पास के कई जिलों के बच्चे पढ़ने आते हैं और यहां रहकर इंजिनियरिंग-मेडिकल की तैयारी करते हैं। जब से करियर प्वाइंट की शाखा यहां खुली है तब से आसपास के लगभग हर विद्यालयों के टॉपर्स यहां आईआईटी एवं नीट की तैयारी कर रहे हैं। क्योंकि जिस स्तर की शिक्षण व्यवस्था इन बच्चों को चाहिए वो उन्हें यहां मिल रही है। सभी विषयों के अनुभवी एवं एक्सपर्ट शिक्षकों की टीम जो करियर प्वाइंट कोटा से आते हैं, उनकी शिक्षण प्रणाली ने सभी छात्रों के बीच एक गजब का उत्साह भर दिया है। लगभग अलग-अलग स्कूलों के टॉपर आज इस संस्थान में पढ़ रहे हैं। नोट्रेडम एकेडमी मुंगेर की सपना राजश्री, ज्ञानस्थली गोड्डा के राज पराशर, सीई एकेडमी,भागलपुर के दानिश, डिफाइन हैप्पी, भागलपुर के भरत लाल, सेंट टेरेसा भागलपुर की सेहरीन और मेहरीन, एस.के.पी. बांका की आस्था सिंह, रजौन की पलक सिंह, सरेवश भूषण और प्रियेश ये उन टॉपरों के नाम हैं जो करियर प्वाइंट में पढ़ रहे हैं और अपने सपनों को पूरा करने में जुटे हैं।
संस्थान के निदेशक डॉ0 मधुरेन्द्र कुमार ने बच्चों की आंखों में पलते ख्वाब का अपना ख्वाब बना लिया, उनकी जिद को अपनी जिद बना ली, यह सफलता उसी का परिणाम है। श्रेय सेंटर हेड रविकांत घोष को भी जाता है जिन्होंने अपने निदेशक के व्यक्तितत्व के प्रभाव से प्रेरित होकर एवं उनके निर्देशों के अनुरूप अपने कुशल मार्गदर्शन में छात्रों को बेहतर प्रदर्शन के योग्य बनाया है। अपने प्रथमवर्ष में हीं करियर प्वाइंट के टारगेट बैच से 14 बच्चों ने नीट में क्वालिफाई किया। वहीं जेईई मेन्स में 7 बच्चों ने क्वालिफाई किया। अभी हाल हीं में बीसीईसीई का रिजल्ट घोषित हुआ है, जिसमें करियर प्वाइंट भागलपुर के बच्चों का शानदार प्रदर्शन रहा। इस संस्थान की सफलता की कहानी बयां करती है तन्मय कुज की वो कामयाबी जिसने सामान्य कोटे से बीसीईसीई की परीक्षा दी और 14वां रैंक हासिल किया।
दरअसल तन्मय कुंज इस संस्थान में पढ़कर कामयाबी की इबारत गढ़ने वाला पहला नाम नहीं है और ना हीं आखिरी नाम है बल्कि, निभा भारती, मोनिका भारती, शालिनि प्रिया, पुरूषोत्तम कुमार, आंकाक्षा कुमारी, बक्शीश असलम अंसारी और नवीन कुमार ये वो नाम हैं जिन्होंने बीसीईसीई में बेहद बेहतर प्रदर्शन किया। दरअसल यह करियर प्वाइंट भागलपुर की खासियत है कि उसकी सफलता की इबारतें शब्दों में नहीं समेटी जा सकती। नामों की फेहरिस्त लंबी है और सफलता की इबारत भी।