पटना : जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज़ अहमद ने कहा कि भाजपा एवं जदयू मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ही नूरा- कुश्ती का खेल खेल रही है। एक ओर देश में मंदी और महंगाई से लोग त्रस्त हैं, वहीं दूसरी ओर नए मोटर अधिनियम के माध्यम से जो आम जनों पर पुलिसिया जुल्म चल रहा है। उससे ध्यान भटकाने के लिए ही एनआरसी और मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीति हो रही है। जबकि बिहार में बढ़ते अपराध और बढ़ती महंगाई से आमजन त्रस्त है, लेकिन इस पर ना तो भाजपा के किसी नेता का और ना ही जदयू के किसी नेता का बयान आता है।
जाप नेता ने कहा कि धार्मिक उन्माद और नारों के सहारे भाजपा और जदयू सत्ता और विपक्ष दोनों का खेल खेल रही है। क्योंकि बिहार में विपक्ष पूरी तरह से पंगु है। अफसोस इस बात का होता है कि पूरे बिहार में सड़कों पर पुलिसिया जुल्म बढ़ गया है। मोटरसाइकिल के चालान काटे काटने में जितनी मुस्तैद बिहार पुलिस दिखा दे रही है, उतना ही अपराधियों के सामने नतमस्तक है और हर दिन दर्जनों हत्या राज्य के किसी न किसी जिले, ब्लॉक और कस्बे में हो रही है। ऐसा लगता है कि बिहार के सारे पुलिस अमला का एकमात्र उद्देश्य सड़कों पर आकर चालान काट कर ही आम जनों को तंग करने का एजेंडा तय कर रखा है।
अहमद ने आगे कहा कि बिहार में विपक्ष की भूमिका में सिर्फ जन अधिकार पार्टी और नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ही दिखाई दे रहे हैं। इसलिए राज्य सरकार की ओर से उनके खिलाफ हर दिन कोई न कोई मामले मे झूठा मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है और धारा 353 का दुरुपयोग करते हुए राज्य सरकार इनके जनहित और समाज हित के कामों को रोकने का असफल प्रयास कर रही है। लेकिन पार्टी का यह संकल्प है कि चाहे बेटी पर अत्याचार का मामला हो, महंगाई का मामला हो, नौजवानों के रोजगार और छात्रों के बेहतर शिक्षा का मामला हो या मोटर व्हीकल एक्ट में नौजवानों को तबाह करने का मामला हो, इस मामले पर पार्टी निरंतर आंदोलन करती रही है और आगे भी करती रहेगी। अहमद ने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार जनहित के मुद्दों पर जनता के हित में कार्य करें अन्यथा पार्टी की ओर से निरंतर आंदोलन एवं संघर्ष के माध्यम से जन अभियान चलाया जाएगा।