पटना : सुपर गठबंधन के संयोजक सह असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने बिहार की जनता से आह्वान करते हुए कहा है कि झूठे वादों के उस्ताद मोदी, नीतीश और लालू जैसे जुमलेबाज नेताओं के झांसे में इस बार किसी भी कीमत पर ना आएं। सत्ता लोलुप और जनता की अनदेखी करनेवाले नेताओं की अब हर साजिश नाकाम होगी| उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए द्वारा जनता को गुमराह कर चुनावी फायदे के लिए ताबड़तोड़ शिलान्यास और लोकापर्ण कार्यो की एक नई श्रृंखला शुरू की गयी है ताकि सरकार की नाकामियों से जनता का ध्यान भटकाया जा सके|
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल मंत्रालय की कोसी रेल मेगाब्रिज समेत रेलवे की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चैहान के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। आज के कार्यक्रम में 540 करोड़ रुपए के कोसी रेल महासेतु तथा 2180 करोड़ रुपए की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं के अंतर्गत विद्युत लोकोशेड, बरौनी, नव विद्युती.त रेलमार्ग, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर रेलखंड, समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड, शिवनारायणपुर- भागलपुर रेलखंड, सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलखंड, करनौती- बख्तियारपुर लिंक बाईपास और बाढ़ - बख्तियारपुर के बीच नवनिर्मित तीसरी रेल लाइन, नव निर्मित किउल सेतु, लखीसराय-किउल इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, नव निर्मित सुपौल-सरायगढ़-आसनपुर कुपहा-राधोपुर रेलखण्ड, नव निर्मित रेलमार्ग हाजीपुर-वैशाली रेलखंड, नव निर्मित रेलमार्ग इस्लामपुर-नटेसर रेलमार्ग, नवविद्युती.त कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी रेलमार्ग तथा नवविद्युती.त रेलमार्ग सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर का उद्घाटन किया गया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आज तीन योजनाओं इंटरस्टेट बस टर्मिनल, कृषि भवन और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तर्ज पर निर्मित जयप्रभा मेदांता हॉस्पिटल का लोकार्पण किया गया है|
ललन यादव ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण हो या बाढ़ की विभीषिका हर मोर्चे पर नीतीश सरकार विफल साबित हुई है| उन्होंने कहा कि लड़कियों को सशक्त बनाने का दावा करनेवाली नीतीश सरकार में ही बालिका गृह काण्ड जैसी शर्मनाक और कुकृत्य घटना घटित हुई है| सृजन घोटाला जैसे भ्रष्टाचार के कई उदाहरण जगजाहिर हैं| श्री यादव ने कहा कि करोड़ों रूपये की लागत से किशनगंज में निर्माणाधीन पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया| लोकार्पण के एक माह के अंदर ही 263 करोड़ रूपये की लागत से बननेवाला सत्तरघाट पुल टूट गया| 509 करोड़ की लागत से निर्मित बंगरा घाट सेतु के उद्घाटन से एक दिन पहले ही उसका एप्रोच रोड जमींदोज हो गया| भागलपुर में 1000 करोड़ की लागत से निर्मित तटबँध टूट जाता है। गरीबी, भूखमरी, बेरोजगारी और पलायन का दंश झेलनेवाली बिहार की जनता इस बार नीतीश सरकार को उखाड़ फेकेगी|