शंखनाद डेस्क :बदलते मौसम में सर्दी और जुकाम किसी को भी हो सकता है, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। सर्दी-जुकाम वैसे तो साधारण-सी समस्या है, लेकिन कई बार इसके गंभीर परिणाम भी होते हैं। कई लोग सर्दी-जुकाम के लिए एलोपैथिक दवाएं ले लेते हैं, जिनसे कुछ समय के लिए आराम मिलता है, लेकिन जैसे ही दवा का असर खत्म होता है, वे फिर से इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। सर्दी-जुकाम में घरेलू उपाय ज्यादा मददगार हो सकते हैं। इसके अलावा सुबह-शाम गरारे करने से भी आपको लाभ मिलेगा। बदलते मौसम में यह समस्या अधिक क्यों होती है और क्या हैं इसके लक्षण व उपचार? जानकारी दे रही हैं प्राची गुप्ता
कैसे फैलती है यह बीमारी
बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या हवा में फैले कई वायरस और बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होती है। जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है, तब सर्दी-जुकाम जैसी समस्या पहले सिर उठाती है। धूल, धुआं, प्रदूषण, एलर्जी, ठंडे से गरम या गरम से एकदम से ठंडे में जाना, धूप से आने के बाद ठंडी चीजें खा लेना आदि इसके प्रमुख कारण होते हैं।
ये हैं लक्षण
क्या हैं बचाव
मौसम में बदलाव के साथ ही शुरू कर दें सुबह-शाम के गरारे।
जब घर से बाहर जाएं, तो मास्क जरूर पहनें।
नाक के अंदर की सतह पर सरसों का तेल लगाएं।
सर्दी-जुकाम के शिकार लोगों का सामान इस्तेमाल करने और सीधे-सीधे संपर्क में आने से बचें।
आपसे किसी और को ये समस्या ना हो, इसके लिए छींकते समय अपने मुंह पर रूमाल जरूर रखें।
धूप से आने के बाद तुरंत ठंडा पानी न पिएं और न ही किसी ठंडी चीज का सेवन करें।
हल्का और सुपाच्य हो खानपान
सर्दी-जुकाम होने पर हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक भोजन करें। भोजन में तरल पदार्थों की मात्रा अधिक रखें। अगर घर में किसी को सर्दी-जुकाम हो तो खाने में बड़ी इलायची, लौंग, काली मिर्च, दालचीनी, तेजपत्ता और अदरक जैसे गरम मसालों का इस्तेमाल जरूर करें। गर्म चीजों का सेवन करें और गुनगुना पानी पिएं या गुनगुने पानी में नमक डाल कर गरारा करें। इससे गले की सिकाई होगी और खराश भी दूर होगी। कोल्ड ड्रिंक आदि का सेवन न करें।
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