पटना : कैंसर के इलाज के क्षेत्र में राजधानी पटना के सवेरा कैंसर एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पीटल में अत्याधुनिक तीसरे PET SCAN का उद्घाटन डॉ. प्रो. प्रभात कुमार और प्रो. एन आर बिश्वास ने किया। इस मौके पर डॉ आर एन सिंह और डॉ वीपी सिंह उपस्थित रहे। उद्घाटन के बाद सवेरा कैंसर एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पीटल के संचालक डॉ वी पी सिंह को डॉ. प्रो. प्रभात कुमार ने बधाई दी और कहा कि यह हर्ष की बात है कि बिहार में अब कैंसर जैसे रोगों का ईलाज संभव हो पा रहा है। उसमें आज जिस मशीन का उद्धाटन हुआ है, वो कैंसर के ईलाल में और मददगार साबित होगी। डॉ एन आर बिश्वास ने कहा कि आज हमारे राज्य से लोग कैंसर का इलाज करवाने दिल्ली, मुंबई आदि जगहों पर जाते हैं। मगर या तो वे बिना इलाज कराये वापस लौट आते हैं या आधे इलाज कराकर। इस तरह के सेंटर यहां खुलने से कैंसर के मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा।
वहीं, डॉ वी पी सिंह ने कहा कि बिहार में PET SCAN मशीन तीसरा है, जो सवेरा में लगा है। उन्होंने इसकी उपयोगिता को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैंसर शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है, जब सेल अनकंट्रोल्ड ग्रो कर सामान्य कोशिकाओं से ज्यादा बढ़ जाता है। तब कैंसर होता है। इस वजह से शरीर के लिए सामान्य रूप से कार्य करना मुश्किल हो जाता है। आज कल ऐसा देखा जा रहा है कि शरीर के किसी भी अंग में कैंसर हो सकता है। इस पता लगाने के लिए विभिन्न तरीके हैं। PET SCAN अर्थात पोजिट्रॉन इमीशन टेमोग्राफी जिसकी खोज कैंसर की जांच के लिए बहुत महत्वपूर्ण उपकरण साबित हो रहा है, इससे शरीर के किसी भी पार्ट के कैंसर की क्या स्थिति है। उसका पता लगाया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस मशीन से शरीर के किसी भी भाग में रक्त का प्रवाह, शरीर के किस पार्ट में कैंसर है और वो कितना तेजी से बढ़ रहा है। इसका पता लगाया जाता है। इसके अलावा शरीर के कैंसर का मेटास्टोर्स के बारे में पता चलता है। PET SCAN में शरीर के अंदर एक FDG केमिकल नस के द्वारा डाला जाता है। इसी केमिकल के एक्टिविटी को PET SCAN मशीन द्वारा पता किया जाता है। डॉ सिंह ने कहा कि हम जल्द से जल्द आयुष्मान योजना के तहत गरीबों का इलाज भी शुरू करेंगे। समारोह में PET SCAN की इंचार्ज डॉ सौम्या ने कहा कि PET SCAN की मदद से शरीर के किसी भी हिस्से में छोटे – से – छोटे कैंसर का पता लगाया जाता है। इसके द्वारा शरीर में कैंसर की दवा कितना असर कर रही है, इसकी भी जानकारी मिलती है। यह स्कैन डिजिज ऑफ प्रोगनॉसिस और मेटा टीसस का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।