प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती सांबा जिले में स्थित पल्ली में कनेक्टिविटी, बिजली से संबंधित 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास/उद्घाटन किया. पंचायती राज दिवस के मौके पर देश भर की ग्राम सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की भावना को मजबूत करती है.
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास को नयी गति देने के लिए केंद्रशासित प्रदेश में तेजी से काम चल रहा है. इन प्रयासों से जम्मू कश्मीर के युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा. मोदी ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि ऐसे समय में, जब जम्मू कश्मीर में पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से लोकतंत्र जमीनी (पंचायतों के) स्तर पर पहुंच गया है, वह देश भर की पंचायतों के साथ संवाद कर रहे हैं. लोकतंत्र हो या विकास, जम्मू कश्मीर इन दिनों एक नयी मिसाल पेश कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा, जम्मू कश्मीर में पिछले दो-तीन सालों में विकास के नये आयाम बने हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को जम्मू कश्मीर में सालों से आरक्षण का लाभ नहीं मिला, उन्हें अनुच्छेद 370 हटने के बाद आरक्षण का फायदा मिलना शुरू हो गया.
जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती सांबा जिले में स्थित पल्ली गांव देश की पहली ‘कार्बन न्यूट्रल पंचायत’ के तौर पर रविवार को भारत के ‘आधुनिक इतिहास’ में दर्ज हो गया. जर्जर सड़कों से लेकर हाल में शुरू की गयी इलेक्ट्रिक बस सेवा तक इस गांव में आधुनिक पंचायत घर, सरकारी उच्च स्कूल की इमारत की मरम्मत, नया तालाब बनाने और खेल के मैदानों में सुधार के साथ बड़ा बदलाव देखा जा रहा है. यह गांव जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू से महज 17 किलोमीटर दूर स्थित है.
अधिकारियों की माने तो यह परियोजना रिकॉर्ड वक्त में 2.75 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की गयी है. इस संयंत्र में उत्पन्न बिजली को गांव में वितरित किया जायेगा. इस गांव की बिजली की दैनिक आवश्यकता 2,000 यूनिट की है. उन्होंने बताया कि इस गांव में 450 घर हैं और उन्हें सौर ‘चूल्हे’ दिये गये हैं तथा प्रधानमंत्री के दौरे के बाद अगले चरण तक सभी घरों को चूल्हे दिये जायेंगे.