पटना/बक्सर : जनतांत्रिक विकास पार्टी ने भोजपुर जिले के सातों विधानसभा क्षेत्रों में जदयू सांसद सह राष्ट्रीय महासचिव आर सी पी सिंह के रोड शो को आतंक शो बताया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जिन्होंने दलितों – महादलितों को झांसा दिया, आज वे ही चुनावी मौसम आते ही दलितों – महादलितों को डराने के लिए रोड शो कर रहे हैं। इस रोड शो के जरिये दलित-महादलित समाज के लोगों में भय कायम करने का काम किया जा रहा है। यह रोड शो नहीं है, बल्कि आतंक शो है। जदयू के इस रोड शो से भोजपुर जिले के दलित – महादलित परिवार को डराया धमकाया जा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में सत्ताधारी दल के लोग लगे हैं। बावजूद इसके उनकी सभाओं में दलितों – महादलितों की भीड़ नहीं जुट पा रही है। इससे समझा जा सकता है कि प्रदेश में नीतीश सरकार से दलितों – महादलितों का मोह भंग हो चुका है। इस बार वे झांसे में आने वाले नहीं है।
दलितों के संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंशे पर सवाल खड़े करते हुए अनिल कुमार ने कहा कि साल 2005 में जब नीतीश कुमार सत्ता में आये और दलितों को महादलितों की श्रेणी में शामिल करने का फैसला किया तो लगा कि एक ईमानदार नेता की तरह वे सालों से उपेक्षित दलितों का बिहार में उद्धार करेंगे। मगर आज 12 साल बाद प्रदेश में दलितों की स्थिति और भी बदतर हो गई है| अब लोगों को पता चल चूका है कि नीतीश कुमार ने दलित – महादलित और पिछड़ा – अति पिछड़ा का इस्तेमाल अपने राजनीतिक खेल के लिए किया है। एक ओर सरकारें दलित उत्थान की बातें कर रही हैं, दूसरी ओर सरकारी आंकड़े सरकार के दावों की पोल खोलती हैं।