मोहाली : कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा के करियर के तीसरे दोहरे शतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां एकतरफा मुकाबले में श्रीलंका को 141 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी.
रोहित ने अपनी तूफानी पारी के दौरान 153 गेंद में 12 छक्कों और 13 चौकों की मदद से नाबाद 208 रन बनाए जिससे भारत चार विकेट पर 392 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल रहा. श्रीलंका के खिलाफ यह भारत का तीसरा सर्वोच्च स्कोर है.
रोहित ने अपने साथी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (68) के साथ पहले विकेट के लिए 115 रन जोड़ने के अलावा श्रेयस अय्यर (88) के साथ दूसरे विकेट के लिए 213 रन की साझेदारी भी की. भारत का यह स्कोर इस मैदान पर वनडे में सर्वोच्च स्कोर है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 2011 में नीदरलैंड के खिलाफ यहां पांच विकेट पर 351 रन बनाये थे.
श्रीलंका की टीम इसके जवाब में पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 111) के शतक के बावजूद लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (60 रन पर तीन विकेट) और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (43 रन पर दो विकेट) के सामने आठ विकेट पर 251 रन ही बना सकी. मैथ्यूज ने 132 गेंद की अपनी पारी में तीन छक्के और नौ चौके मारे. भारत को धर्मशाला में पहले वनडे में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था.
तीसरा और निर्णायक मैच 17 दिसंबर को विशाखापत्तनम में खेला जाएगा. लक्ष्य का पीछा करने उतरे श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और टीम ने चौथे ओवर में ही उपुल थरंगा (07) का विकेट गंवा दिया जो हार्दिक पंड्या (39 रनपर एक विकेट) की गेंद को कवर में सीधे दिनेश कार्तिक के हाथों में खेल बैठे.
बुमराह ने इसके बाद दूसरे सलामी बल्लेबाज दनुष्का गुणतिलक (16) को विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी के हाथों कैच कराके श्रीलंका का स्कोर दो विकेट पर 30 रन किया. मैथ्यूज ने बुमराह पर चौके के साथ 12वें ओवर में श्रीलंका का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया. पदार्पण कर रहे वाशिंगटन सुंदर (64 रन पर एक विकेट) ने लाहिरु थिरिमाने (21) को बोल्ड करके पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल किया.
मैथ्यूज ने बुमराह पर दो चौके जड़ने के बाद सुंदर पर पारी का पहला छक्का जड़ा. श्रीलंका ने 20 ओवर में तीन विकेट पर 101 रन बनाए. चहल ने निरोशन डिकवेला (22) को सुंदर के हाथों कैच कराके पहला विकेट हासिल किया. असेला गुणारत्ने (34) ने आते हुए कुछ अच्छे शाट खेले. उन्होंने सुंदर के ओवर में तीन चौके मारे. मैथ्यूज ने बुमराह की गेंद पर एक रन के साथ 60 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.
चहल ने इसके बाद गुणारत्ने और तिसारा परेरा (05) को पवेलियन भेजा. धौनी ने गुणारत्ने को स्टंप किया जबकि परेरा का कैच लपका. श्रीलंका को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 190 रन की दरकार थी. मैच में इस समय सिर्फ मैथ्यूज के शतक को लेकर ही रचि बची थी और उन्होंने भुवनेश्वर कुमार (40 रन पर एक विकेट) पर दो रन के साथ 122 गेंद मे शतक पूरा किया. वह इस पारी के दौरान वनडे में 5000 रन पूरे करने वाले श्रीलंका के 10वें बल्लेबाज बने.
इससे पहले भारत के लिए करो या मरो के मुकाबले में रोहित ने तूफानी पारी खेली. उन्होंने अपना सैकडा 115 गेंद में पूरा किया था और फिर अगले 100 रन सिर्फ 36 गेंद में पूरे किए. रोहित के बल्ले से निकल रहे रनों के अंबार के बीच कई रिकार्ड टूटे. उन्होंने पिछला दोहरा शतक भी श्रीलंका के खिलाफ जड़ा था. रोहित ने पहला दोहरा शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था.
एकदिवसीय मैचों में यह रोहित की 150 रन से अधिक की पांचवीं पारी है जिससे उन्हें महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर के रिकार्ड की बराबरी की. पारी की शुरुआत करते हुए रोहित ने अपना समय लिया चूंकि धवन ने दूसरे छोर पर आक्रामक होकर खेल रहे थे. दोनों ने मिलकर 12वीं शतकीय साझेदारी करके बड़े स्कोर की नींव रखी.
शिखर ने 69 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके मारे. रोहित ने इस साल छठी बार वनडे में 100 रन का आंकड़ा पार किया. बतौर कप्तान यह उनका पहला शतक है. अपना दूसरा वनडे खेल रहे अय्यर ने रोहित का बखूबी साथ निभाते हुए 70 गेंद में नौ चौकों और दो छक्कों की मदद से 88 रन बनाये. उन्होंने रोहित को खुलकर खेलने का मौका दिया और खुद भी मौका मिलने पर उम्दा शाट्स खेले.
रोहित ने इस मैदान पर सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का विराट कोहली का रिकार्ड भी तोड़ा जिन्होंने पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां 154 रन बनाए थे. पिछले दो दिन से यहां मौसम ठंडा था लेकिन मैच से पहले धूप खिल गई और पिच से सारी नमी सोख ली. इससे बल्लेबाजों को स्ट्रोक्स खेलने में दिक्कतें नहीं आई. श्रीलंका ने धर्मशाला की ही तरह टास जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन जल्दी ही भारत ने मैच पर शिकंजा कस लिया. रोहित और शिखर ने पहले पावरप्ले में हालात का जायजा लेते हुए 33 रन बनाये. इसके बाद आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए भारत को 20 ओवर में बिना किसी नुकसान के 108 रन तक पहुंचा दिया.
धवन भी शतक की ओर बढ़ते दिख रहे थे लेकिन बायें हाथ के स्पिनर सचित पथिराना (63 रन पर एक विकेट) ने उन्हें पवेलियन भेजा. रोहित और श्रेयस ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को मैदान के चारों ओर पीटा. तेज गेंदबाज लकमल पूरी तरह से खराब फार्म में दिखे और उन्होंने कई नीची फुलटास गेंदें डाली जिन्हें रोहित ने आसानी से सीमारेखा के पार पहुंचाया. रोहित ने 43वें ओवर में लकमल को चार गेंदों पर चार छक्के लगाये और इस ओवर में कुल 26 रन बने. आखिरी दस ओवरों में भारत ने 147 रन बनाये जबकि तीन विकेट गिरे. तीनों विकेट कप्तान परेरा के खाते में गए जिन्होंने 80 रन देकर तीन विकेट चटकाए.