पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार कोविड मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। अस्पतालों को और सुदृढ़ करने के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक उपकरण खरीदे एवं मंगाये जा रहे हैं, ताकि कोरोना पीड़ितों को इलाज में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। सदर और अनुमंडल अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार द्वारा ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भेजे जा रहे हैं। भारत सरकार ने 750 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर बिहार के लिए भेजा है, जिसमें 430 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हो चुका है। शेष 320 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर रास्ते में है, जो जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हो जाएगा। एक ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर से दो बेडों पर मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा दी जाती है। इस प्रकार इन 750 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटरों से 1500 बेडों पर मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी। आने वाले दिनों में और भी ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की आपूर्ति भारत सरकार से होने वाली है। बिहार सरकार द्वारा भी ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर का क्रयादेश शीघ्र ही दिया जाने वाला है।
श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से भी लोगों की कोरोना जांच में तेजी लायी जा रही है। इस हेतु अब तक तीन लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट किट मंगाये गये हैं, जिसमें 2 लाख 11 हजार 700 रैपिड एंटीजन टेस्ट किट जिलों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक के अस्पतालों में जांच हेतु भेजे जा चुके हैं। कोरोना के संभावित मरीजों की जांच में लगातार तेजी आ रही है। पिछले 24 घंटे में 16 हजार 275 जांच की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड वार्ड के शेष बचे बेडों पर ऑक्सीजन गैस पाईप लाईन इंस्टाॅल किया जा रहा है, ताकि कोरोना मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। एनएमसीएच और पीएमसीएच के कोविड वार्ड के अंदर और अधिक बेडों पर ऑक्सीजन गैस पाइप लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। वर्तमान में लगे बेडों पर ऑक्सीजन गैस पाईप लाईन के अतिरिक्त अन्य बेडों पर सुविधा का विस्तार किया जा रहा है। इसके अलावे पूर्व से एनएमसीएच में संचालित तीन शव वाहन के अलावा तीन अतिरिक्त और शव वाहन तथा पीएमसीएच में दो अतिरिक्त शव वाहन उपलब्ध कराया गया है, ताकि मृत कोरोना मरीजों को गंतव्य स्थान तक पहुंचने में देरी नहीं हो।