नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी द्वारा दिए गए समर्थन को आम आदमी पार्टी ने ठुकरा दिया है। बुखारी ने मुसलमानों से अपील की थी कि वे आम आदमी पार्टी को वोट दें। आम आदमी पार्टी के ऑफिशियल टि्वटर अकाउंटर से कहा गया कि उन्हें बुखारी का समर्थन नहीं चाहिए। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि हम ऐसे व्यक्ति का समर्थन नहीं ले सकते, जो अपने बेटे की दस्तारबंदी में देश के पीएम को न बुलाकर पाकिस्तान के पीएम को बुलाता हो। वहीं, आप नेता आशीष खेतान ने कहा कि शाही इमाम जिस तरह की राजनीति करते हैं, हम उसकी निंदा करते हैं। क्या कहा था बुखारी ने इससे पहले, बुखारी ने कहा कि कि देश के हालात बदले हैं इसलिए वो भी अपनी राय बदल रहे हैं। बुखारी ने कहा कि ‘आप’ उभरती हुई पार्टी है और अगर उसे वोट नहीं दिया तो पछताना पड़ेगा। उन्होंने मुसलमानों से अपील की है कि ‘आप’ को वोट दें। बुखारी ने साफ कहा कि वो बीजेपी को किसी भी कीमत में सत्ता में नहीं आने देना चाहते हैं। बुखारी ने कहा कि दिल्ली में ‘आप’ ही सबसे मजबूत पार्टी है। वहीं, दिल्ली में भाजपा सांसद महेश गिरी ने बुखारी की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘आप’ अब इस चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। लोकसभा चुनाव में किया था कांग्रेस का समर्थन बता दें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान शाही इमाम ने कांग्रेस का समर्थन किया था। उन्होंने उस समय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। इसके अलावा पिछले दिनों जब बुखारी के बेटे की ताजपोशी थी तो उसमें भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ना बुलाकर पाकिस्तान के नवाज शरीफ को बुलावा भेजा था।