लाहौर-- गुरुवार सुबह इंडियन आर्मी ने एलान किया कि उसने एलओसी पार कर पाक के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी कैम्प तबाह कर दिए हैं। पाक के खिलाफ भारत के इस पहले सर्जिकल स्ट्राइक की खबर लगते ही नवाज शरीफ के होमटाउन लाहाैर में हलचल मच गई। जट्टी उमरां में उनके घर रायविंड पैलेस के पास इमरान खान की पार्टी अगले ही दिन धरना देने वाली है। लेकिन फोकस इमरान से इंडियन आर्मी पर शिफ्ट हो गया। पढ़ें, भारत के इस कदम पर पाक का मीडिया, अवाम, सियासी लोग और मिलिट्री क्या सोच रही है... 1. नवाज के घर का नजारा - पनामा पेपर लीक्स में पाकिस्तान के पीएम नवाज के परिवार के लोगाें का नाम सामने आने के विरोध में इमरान खान अौर उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ शुक्रवार को धरना देगी। - इसके लिए रायविंड पैलेस से 5 किमी दूर इमरान के पार्टी वर्कर्स, पुलिस और मीडियापर्सन तैनात थे। यहीं से मार्च शुरू होना है। पिछले चार-पांच दिन से वहां धरने को लेकर गहमागहमी है। - भारत के सर्जिकल स्ट्राइक की खबर लगते ही वहां का माहौल बदल गया। जर्नलिस्ट्स में हलचल मच गई। वे वहीं से लाइव कवरेज देने लगे। - इमरान की पार्टी के वर्कर्स भी आश्चर्य में थे और वहां भारत के इस मूवमेंट को लेकर बातचीत होने लगी। 2. पाकिस्तान की सेना क्या सोचती है? - पाक के एयरचीफ सोहैल अमन ने इस रिपोर्टर को बताया कि भारत भले ही इसे सर्जिकल स्ट्राइक करार दे रहा है, लेकिन हमारी नजर में यह क्रॉस बॉर्डर फायरिंग है। पाक के राडार पूरी तरह एक्टिव हैं। हमारे एयरस्पेस में भारत की तरफ से कोई मूवमेंट नहीं हुआ। अगर ऐसा कुछ हुआ तो हमारे फाइटर जेट तैयार हैं। - पाक के इंटरनेशनल बॉर्डर एरिया पर रूटीन मिलिट्री एक्टिविटी चल रही है। सिर्फ सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर एक्सपर्ट्स भारत के सर्जिकल स्ट्राइक पर डिबेट कर रहे हैं। 3. अवाम - जट्टी उमरां से लाहौर शहर जा रहे एक टैक्सी ड्राइवर से जब पूछा गया कि क्या जंग होगी, तो उसका कहना था कि एक बार ऐसा हो ही जाए ताकि लंबे समय से चल रहा यह मसला खत्म हो जाए। - दूसरी ओर, पाकिस्तान के पढ़े-लिखे तबके के बीच यह परसेप्शन है कि नवाज शरीफ प्रो-मोदी हैं। भारत कई बार बॉर्डर पर इस तरह की एक्टिविटी कर चुका है और नवाज कोई सख्त एक्शन नहीं ले पाते, बल्कि वे शॉल-साड़ी-आम तोहफे में देते हैं। 4. सियासत - भारत की इस कार्रवाई के बाद पाक की मेन अपोजिशन पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ज्यादा एक्टिव नजर आ रही है। उसके नेताओं और वर्कर्स का कहना है कि करप्शन के मामलों में फंसे नवाज शरीफ को बचाने के लिए पाक की रजामंदी से ऐसा हुआ है। बॉर्डर पर टेंशन के मुद्दे को हवा दी जा रही है। जबकि पिछले कई साल से फायरिंग की घटनाएं होती रही हैं। - वहां के नेताओं का यह भी कहना है कि ग्वादर में चीन के बंदरगाह बनाने से भारत चिढ़ा हुआ है। डिप्लोमैटिक तरीकों और एलअोसी मुद्दे के जरिए पाकिस्तान को घेरने की कोशिश कर रहा है। क्या कहते हैं पाक के जर्नलिस्ट हामिद मीर? - मीर ने इस्लामाबाद से dainikbhaskar.com को बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सरकार और आर्मी में हलचल तो है लेकिन वह यह बात खुलकर सामने नहीं आने देना चाहती। आर्मी और हुकूमत के लेवल पर हाईलेवल मीटिंग्स का दौर चल रहा है। - इस सवाल पर कि क्या पाक किसी हमले के मूड में है, इस पर मीर ने कहा कि ऐसे किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। चूंकि पाकिस्तान इसे सिर्फ सीजफायर वॉयलेशन बता रहा है, इसलिए जवाबी कार्रवाई का कोई सवाल नहीं उठता। - एलओसी के अलावा बाकी बॉर्डर के हालात क्या हैं, इस पर उन्होंने कहा कि वहां के लोग पूछ रहे हैं कि क्या हमें अपना घर या गांव खाली करना है। मेरे कई रिश्तेदार खुद मुझे फोनकर पूछ चुके हैं कि क्या वे महफूज रहेंगे। लेकिन अभी आर्मी वहां से किसी को नहीं हटा रही। - मीर ने कहा कि खुद डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा माेहम्मद आसिफ की संसदीय सीट सियालकोट इंडियन बॉर्डर से सटा हुआ है। वहां भी कोई मिलिट्री मूवमेंट नहीं है।