पटना: उत्तर बिहार के कुछ इलाकों में गुरुवार की रात भूकंप के झटके महसूस किये गये. इसके कारण लोग अपने-अपने घर से बाहर निकल गये. रात नौ बज कर दो मिनट पर आये भूकंप के कारण करीब 10 सेकेंड तक धरती डोलती रही. पटना समेत दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, मुंगेर सहित नेपाल की सीमा से सटे इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किये गये. पटना में भी पांच से सात सेकेंड तक भूकंप का अनुभव हुआ. मौसम विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.2 मापी गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने किसी भी स्थिति से निबटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को सतर्क रहने को कहा है. विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने कहा कि भूकंप के मद्देनजर सभी जिलों के डीएम को सचेत रहने और जान-माल की क्षति होने की स्थिति में मुख्यालय को तत्काल जानकारी का देने का निर्देश दिया है. सभी अस्पतालों को भी सतर्क रहने को कहा गया है. प्रधान सचिव ने कहा कि दूरदराज के इलाके से देर से क्षति की सूचना मिलती है, इसलिए डीएम से तुरंत रिपोर्ट देने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि राजधानी में भी पांच से सात सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस हुए. लेकिन, रात 11:30 तक मिली सूचना के अनुसार कहीं से भी जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप का केंद्र बिंदु देश के अंदर नहीं है. पहला केंद्र बिंदु अफगानिस्तान के इलाके में और दूसरा भारत -नेपाल सीमा के पास था. इस वजह से नेपाल से सटे बिहार के कई इलाके में भूकंप के झटके महसूस हुए. सुपौल और मधुबनी से मिली जानकारी के अनुसार कुछ सेकेंड तक चौकी, पलंग हिलते रहे. इलाके में एहतियात के तौर पर बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गयी. इधर, पटना में पूर्व विधायक गौरीशंकर नागदंश ने प्रभात खबर को फोन कर बताया कि यहां भी भूकंप के झटके महसूस हुए. उन्होंने कहा कि जब तक लोग पूरी तरह से समझ पाते, तब तक उसकी तीव्रता खत्म हो गयी.