प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत कोश्यारी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीज की उपस्थिति में मुंबई मेट्रो परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया| मुंबई दौरे के क्रम में पीएम मोदी ने स्वदेशी मेट्रो कोच और नए मेट्रो प्रोजेक्ट का भी उद्धाटन किया| इससे पहले उन्होंने गणपति की पूजा अर्चना की|
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब देश 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा है, तब हमें अपने शहरों को भी 21वीं सदी की दुनिया के मुताबिक बनाना ही होगा| इसी सोच के साथ हमारी सरकार अगले पांच साल में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है| इस सरकार को 100 दिन हो रहे हैं और इन 100 दिनों में ही ऐसे-ऐसे कार्य हुए हैं, जो अभूतपूर्व हैं, ऐतिहासिक हैं|
अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुंबई वो शहर है जिसकी रफ्तार ने देश को भी गति दी है| तीन मेट्रो परियोजनाएं जिनकी प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की उनमें 9.2-किलोमीटर गैमुख-शिवाजी चौक (मीरा रोड) मेट्रो -10 कॉरिडोर हैं, 12.8 किलोमीटर वाला वडाला-सीएसटी मेट्रो -11 कॉरिडोर और 20.7 किलोमीटर कल्याण-तलोजा मेट्रो -12 कॉरिडोर शामिल हैं| प्रधानंत्री ने कहा कि यहां के मेहनती लोग इस शहर से प्यार करते हैं||
पीएम ने कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों की सादगी और स्नेह मुझे हमेशा अभिभूत कर देता है| चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र के अनेक शहरों में मैंने लोगों से संवाद किया| उस दौरान मुंबई में जो रात में सभा हुई थी उसकी चर्चा कई दिनों तक हुई| इस स्नेह के लिए मैं आपका आभारी हूं|
पीएम मोदी ने कहा कि, 'आज जब देश 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा है, तब हमें अपने शहरों को भी 21वीं सदी की दुनिया के अनुसार ही बनाना होगा| इसी सोच के साथ हमारी सरकार अगले 5 साल में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है' पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई में आज 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक के कार्य शुरू हो रहे हैं|
प्रधानमंत्री ने कहा देश को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए देश को 21वीं सदी के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से युक्त करना आवश्यक है| आज देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को एक समग्र तरीके से विकसित करने पर काम चल रहा है| टुकड़ों-टुकडों में नहीं एक भारत-श्रेष्ठ भारत के नजरिए के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं|
पीएम मोदी ने इस मौके पर चंद्रयान 2 का जिक्र करते हुए इसरो के वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि इसरो और उसके साथ काम करने वाले लोग वो हैं जो, लक्ष्य प्राप्त करने तक न तो रुकते हैं, न थकते हैं और न बैठते हैं| मिशन चंद्रयान में एक रुकावट आज हमने देखी है| लेकिन इसरो के वैज्ञानिक तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक मंजिल पर नहीं पहुंच जाते, चांद पर नहीं पहुंच जाते|'