पटना। राजधानी में मंगलवार को हर आधे घंटे पर हवा का रूख बदल जा रहा था। जिसके कारण मौसम वैज्ञानिकों को पूर्वानुमान लगाने में भी खासी परेशानी हुई। मंगलवार की सुबह जब राजधानीवासी जागे तो बाहर घना कोहरा छाया हुआ था। रात 9.30 बजे के बाद एक बार फिर राजधानी कोहरे की घनी चादर के पीछे छिप गई। हवा में खासी गलन थी। बाइक चलाते समय ठंडी हवा के कारण चेहरा सुन्न पड़ जा रहा था। मजेदार बात यह कि मंगलवार को राजधानी में ठंडी हवा चल रही थी, जबकि अन्य जिलों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस कारण वहां के तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। पटना में ठंड का यह प्रभाव गंगा और अन्य स्थानीय जल स्रोतों के कारण भी है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके गिरि का कहना है कि सुबह से 11.30 बजे हवा का रूख हर 15-30 मिनट में बदल रहा था। हवा की रफ्तार सामान्य रही। यह असामान्य स्थानीय घटना थी। मौसम का मिजाज जब इतनी तेजी से बदलता है तो वैज्ञानिकों के लिए पूर्वानुमान लगाना मुश्किल हो जाता है। राजधानी में सुबह 11.30 बजे के बाद नमी साफ होने लगी। फिर भी दोपहर 3 बजे तक वातावरण में हल्की नमी लगातार बनी रही। शाम ढलते ही फिर से वातावरण में नमी गहराने लगी जिससे बर्फीली ठंड का अहसास हुआ। इस घटना से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। मंगलवार को सोमवार की अपेक्षा ठंड अधिक रही। वैज्ञानिकों ने बताया कि फिलहाल मौसम में अधिक बदलाव की संभावना नहीं है।