पटना : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 7 जून को होनेवाली वर्चुअल रैली पर असली देशी पार्टी ने सवाल खड़ा करते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला है| पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने कहा है कि पूरा देश कोरोना की चपेट में है| बिहार में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि होने से लोगों में दहशत का माहौल है|
लॉकडाउन के कारण रोजगार के अभाव में प्रदेश की गरीब जनता भूखमरी की शिकार है| उन्होंने कहा कि सत्ता के मद में चूर भाजपा को गरीबों की कोई चिंता नहीं है| भाजपा नेताओं को सिर्फ सत्ता की भूख है, इसीलिए चुनाव करीब आते ही तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर जनता को गुमराह करने में लगे रहते हैं| श्री यादव ने कहा कि वर्ष 2005 की तरह बिहार की जनता इस बार भी पूरी तरह से सचेत है| बिहार के लोग अब किसी के झांसे में नहीं आनेवाले हैं|
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव और कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए बीजेपी ने बिहार में दो बड़ी वर्चुअल रैली करने का ऐलान किया है जिसमें पहली रैली देश के गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली से ही बिहार की जनता को संबोधित करेंगे| 7 जून को होने वाली वर्चुअल रैली में 3.50 लाख लोगों को जोड़ने की तैयारी है| इसके लिए केंद्रीय स्तर के कई भाजपा नेता बिहार में मैराथन मीटिंग कर रैली को सफल बनाने के लिए हर जोर आजमाइश में जुटे हुए हैं|
श्री यादव ने कहा कि वैश्विक माहामारी कोरोना ने केंद्र के साथ-साथ बिहार सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है| कोरोना संकट काल में बिहार के लाखो लोग देश के विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए थें, तब बीजेपी के तमाम नेता अपने-अपने घरों में दूबके हुए थें| उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में परिवर्तन की लहर चल रही है और जनता नये विकल्प की तलाश में है| लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के जंगलराज के बाद अब नीतीश कुमार के तथाकथित सुशासन राज में भी आम आदमी का जीना दूभर हो गया है| बिहार में राहत के नाम पर सरकारी खजाने में लूट, कार्यालयों में घूसखोरी, अधिकारियों की मनमानी, आपराधिक वारदात, गरीबों पर अत्याचार की घटनाएँ निरंतर घटित हो रही है जिससे जनता उब चुकी है| श्री यादव ने कहा कि पूरे बिहार में असली देशी पार्टी के समर्थन में जनता की गोलबंदी काफी तेजी से हो रही है| आनेवाला समय बिहार की जनता और इस प्रदेश के विकास का होगा|