कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खेती बचाओ यात्रा के क्रम में नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है| पंजाब के मोगा में खेती बचाओ यात्रा के दौरान अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि कृषि बिल पास करने से पहले लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा करनी चाहिए थी| लेकिन ऐसा नही हुआ| उन्होंने कहा कि जिस दिन कांग्रेस सत्ता में आई उस दिन कृषि से सम्बंधित इन तीनों काले कानून को खत्म कर कूड़ेदान में फेंक देगी| कांग्रेस देश भर के किसानों के साथ खड़ी है और कांग्रेस एक इंच भी अपने वादे से पीछे नहीं हटने वाली है. राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार एमएसपी को खत्म करना चाहती है और चाहती है कि खेती का पूरा बाजार अंबानी और अडानी के हवाले कर दिया जाए, लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा नहीं होने देगी|
सवालिया लहजे में राहुल ने कहा कि यदि किसान इन नए कानूनों से खुश हैं तो देश भर में किसान प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? पंजाब में किसान प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं| केंद्र में नरेंद्र मोदी की नही अंबानी और अडानी की सरकार है. राहुल ने कहा कि कोरोना काल में इन तीन कानूनों को लागू करने की क्या जल्दबाजी थी| पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वे ये मानते हैं कि किसानों की उपज खरीदने के लिए बने मौजूदा सिस्टम में खामी है, लेकिन इस सिस्टम को सुधारने की जरूरत है, इसे नष्ट करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अगर ये सिस्टम नष्ट हो गया तो किसानों के पास कुछ नहीं बचेगा और किसान को सीधा अंबानी और अडानी से बात करनी पड़ेगी और इस बातचीत में किसान मारा जाएगा|