प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे से टेलीफोन पर बातचीत में सामयिक विकास और मौजूदा सहयोग पर चर्चा की है| बातचीत के क्रम में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच नियमित संपर्क बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें COVID-19 चुनौतियां भी शामिल हैं| पीएम मोदी ने एकबार फिर दोहराया है कि श्रीलंका का भारत की पड़ोसी प्रथम की नीति में महत्वपूर्ण स्थान है|
गौरतलब है कि भारत ने ‘कोविशिल्ड’ टीके की पांच लाख खुराकें श्रीलंका को जनवरी के आखिरी में दी थीं जिसे श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने हवाईअड्डे पर इस खेप को स्वीकार किया था| राजपक्षे के साथ हवाईअड्डे पर कोलंबो में भारतीय दूत गोपाल बागले भी मौजूद थे| भारतीय उच्च आयोग ने ट्वीट किया था, ‘‘पोया दिवस पर ‘कोविशिल्ड’ टीकों की पांच लाख खुराकें प्राप्त कर धन्य हैं|’’ भारत ने अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत श्रीलंका को टीके दान दिए हैं| इसके अलावा भारत ने सात अन्य देशों – भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स, अफगानिस्तान और मॉरीशस को सहायता के तौर पर कोविड-19 के टीके देगा| भारत अपनी ” पड़ोसी प्रथम” नीति के तहत सहायता के तौर पर नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और मालदीव को सहायता के रूप में कोविड-19 टीके भेजे चुका है|