क्या कभी सोचा है कि वसंत के सुहाने मौसम में ही एग्जाम्स क्यों होते हैं? क्या तुम वसंती बयार और वसंत की बहार जैसी बातों का मतलब समझते हो? इनका उत्तर बहुत आसान है। आओ कुछ बातें करें वसंत की यह तो तुम्हें पता ही होगा कि यह वसंत ऋतु का समय चल रहा है। इस समय मौसम बहुत ही सुहावना होता है। बागों में फूल खिल कर अपनी खुशबू बिखेरते हैं। खेतों में लगे सरसों के पीले फूल भंवरों के साथ-साथ आम लोगों को भी बरबस अपनी तरफ खींचते नजर आते हैं। खेत-खलिहानों में लहलहाती फसल, आम के पेड़ों पर बौर और लीची के पेड़ों पर लगी मंजरियां, पेड़ों पर आए छोटे, चिकने और चमकदार हरे नए पत्ते, गुनगुनी धूप इस बात का एहसास कराते हैं कि वसंत आ गया है। हमारे देश में छह ऋतुएं होती हैं- वर्षा, शरद, शिशिर, हेमंत, ग्रीष्म और वसंत। उन सबमें सबसे खास है वसंत। आमतौर पर फरवरी से अप्रैल के बीच के महीने में वसंत होता है। इस मौसम में पंचतत्व यानी धरती, आकाश, अग्नि, जल और वायु अपने मनमोहक रूप में होते हैं। वायु यानी हवा सुहावनी होती है, आकाश साफ दिखाई देता है, सूरज की गुनगुनाती धूप, जल और धरती की तो बात ही निराली होती है। इस मौसम में कोयल की कूक भी खूब सुनाई देती है। हर सुबह कुहू-कुहू की आवाज तुमने भी सुनी ही होगी। कहते हैं कि यह मौसम कोयल को बेहद पसंद होता है। पढ़ाई का बेस्ट मौसम इस सुहावने मौसम में ही तुम्हारा फाइनल एग्जाम भी होता है, जानते हो क्यों? दरअसल इस मौसम में सब काम बेहतर तरीके से होता है। पढ़ाई भी बहुत ही अच्छे तरीके से होती है। ना तो अधिक ठंड होती है और ना ही ज्यादा गर्मी, ऐसे में तुम घंटों आराम से पढ़ाई कर सकते हो। साथ ही साथ पढ़ाई में मन भी बाकी मौसम की तुलना में ज्यादा लगता है। सुबह जल्दी उठकर तुम पढ़ाई शुरू कर सकते हो। वसंत के बाद ऐसी भयंकर गर्मी का मौसम होता है कि कोई भी काम मुश्किल लगने लगता है। यही सारे कारण हैं कि इसी मौसम में तुम सबके फाइनल पेपर होते हैं। इसलिए मौसम का लुत्फ उठाने के साथ-साथ जमकर पढ़ाई करो। त्योहारों की धूम दो से ढाई महीने के इस मौसम में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं। आगाज विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा से होता है और उसका अंत रंगों और उल्लास से भरी होली के साथ। इनके साथ महा शिवरात्रि, माघ स्नान, मौनी अमावस्या जैसे कई पर्व मनाए जाते हैं। पर तुम त्योहारों को भूलकर अपनी परीक्षा की तैयारी करो। पढ़ाई के लिए इससे बढिया मौसम और कोई नहीं मिलेगा। फूलों की बहार वसंत ऋतु फूलों के लिए सर्वोत्तम होती है। तभी तो इस मौसम में तुमने देखा होगा कि तुम्हारे गार्डन में कैसे फूल ही फूल खिलने लगते हैं। इस मौसम में सबसे अधिक तरह के फूल खिलते हैं। इतना ही नहीं, ये फूल काफी समय तक तरोताजा भी रहते हैं। दिल्ली का मुगल गार्डन भी इस मौसम में ही सैलानियों के लिए खोला जाता है। गुलाब, गुलदाउदी, गेंदा, रजनीगंधा, डहेलिया जैसे फूल तो हर घर के गार्डन में दिख जाएंगे। इन सबके अलावा और भी ढेरों तरह के रंग-बिरंगे मनमोहक फूलों से वातावरण सुगंधित रहता है।