भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव केएन गोविंदाचार्य ने ही 1995 में जमशेदपुर पूर्वी से भाजपा प्रत्याशी के रूप में रघुवर दास के नाम पर मुहर लगायी थी. प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास के नाम की घोषणा होने पर ‘प्रभात खबर’ से बातचीत में गोविंदाचार्य ने कहा कि रघुवर दास जमीन से जुड़े नेता रहे हैं. वे तब भी कार्यकर्ताओं के बीच थे जब पहली बार प्रत्याशी के रूप में उनका नाम सामने आया था. उनमें नेतृत्व क्षमता दिख रही थी. भले हमने चयन किया था, लेकिन इसमें कोई शक नहीं था कि वह सफल नहीं होंगे क्योंकि वे उस समाज के बीच से ही आते थे, जो पिछड़ा हुआ था. सोशल इंजीनियरिंग के लिहाज से भी उनका चयन होना उस वक्त बिलकुल सही था. सफलतम सीएम बनेंगे रघुवर. केएन गोविंदाचार्य ने रघुवर दास को शुभकामनाएं दी और कहा कि गैर आदिवासी का सफल प्रयोग भाजपा के लिए सफल होगा क्योंकि 14 साल में आदिवासी का नेतृत्व करने वाला जरूर आगे बढ़ा, लेकिन आदिवासी जनता के बारे में सोचने वाला कोई नहीं था. अब जबकि नया बदलाव किया गया है, उम्मीद है यह प्रयोग सफल होगा और रघुवर दास सफलतम मुख्यमंत्री साबित होंगे. जल, जंगल, जमीन, जानवर और जन के बारे में फैसला लेना होगा. गोविंदाचार्य ने बताया कि अगर मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास को सफल होना है तो उनको समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना होगा. इसके लिए सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारना होगा. उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन, जानवर के साथ जन का कैसे समन्वय हो, कृषि उत्पाद के साथ कैसे राज्यों को जोड़ा जाये, जल संरक्षण की दिशा में किस तरह का काम कर सकेंगे, यही विकास का मुख्य पैमाना होगा. इस पर अगली सरकार को खरा उतरना होगा.