पटना : आम आदमी पार्टी,बिहार के मुख्य प्रवक्ता डॉ शशिकांत ने बिहार सरकार के द्वारा कोरोना मरीज़ों की अपडेट के लिए "संजीवनी ऐप" की शुरुआत को दिल्ली मॉडल का ही एक नक़ल बताया। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से जाँच केंद्र,अस्पताल, कोविड-19 सेंटर,बेड की संख्या का सही सही जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि बार बार आम आदमी पार्टी के द्वारा उठाई गई आवाज कि दिल्ली के जैसा कोरोना ऐप लागू किया जाय,आख़िर में बिहार सरकार "दिल्ली मॉडल" को मानने को विवश हुई । इसके साथ ही उन्होंने बिहार सरकार से माँग किया है कि दिल्ली के तर्ज पर "कोरोना वारियर्स" को 1करोड़ रुपये की नगद प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाय ।
इसके आगे डॉ शशिकांत ने कहा कि बिहार के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के साथ दुर्व्यवहार एवं अमानवीय व्यवहार किए जाने की लगातार शिकायतें मिल रही है,जिसकी जितनी निंदा की जाय,वो कम है। उन्होंने चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पदाधिकारियों और समाजसेवियों की एक उड़नदस्ता बनाने की मांग की है जो हॉस्पिटल की निगरानी कर सके ।
उन्होंने बिहार में बार बार लॉक डाउन लगाने के निर्णय को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि लॉक डाउन लगाने का मकसद चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करना और इस रोग को फैलने से रोकना है लेकिन नतीजा इसका ठीक उलटा है। उन्होंने कहा है कि लॉक डाउन लगाने से जनता परेशान ज्यादा हो रही है।आशंका जताई है कि कहीं न कहीं बिहार सरकार को ही करोना ने संक्रमित कर लिया है। उन्होंने दिल्ली सरकार का उदाहण देते हुए कहा कि दिल्ली कैसे बिना लॉक डाउन लगाए ही कोरोना बीमारी पर सफल प्रयोग कर के देश में दूसरे नम्बर से पाँचवाँ नम्बर प्राप्त किया, जो देश-दुनिया के लिए मिशाल है। उन्होंने बताया कि कोरोना पर दिल्ली सरकार ने कैसे सफल प्रयोग करके रिकवरी रेट बढ़ाया और सबसे तेज़ गति से कंट्रोल किया, इसके अध्ययन के लिए दुनिया के सबसे बेहतर यूनिवर्सिटी"ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी" दिल्ली आ रही है। इससे पूरे विश्व में दिल्ली और देश का मान सम्मान बढ़ा है ।