शंख्नाद: चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर करीब 20 से ज्यादा सैनिकों की तैनाती की है। हालांकि, भारत उन अन्य 10 से 12 हजार चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर करीबी नजर रख रहा है जो बीजिंग ने तेज गति वाले वाहन और हथियारों के साथ जिनजियांग में महत्वपूर्ण ठिकानों पर लगा रखा है, जो भारतीय मोर्चे पर 48 घंटे के अंदर पहुंचने में सक्षम है।
“चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों के दो डिविजन (करीब 20 हजार) को तैनात कर रखा है। इसके अलावा, अन्य डिविजन (10 हजार सैनिक) को उसने उत्तर-पूर्वी जिनजियांग प्रांत में मोर्चे से करीब 1 हजार किलोमीटर की दूरी पर लगा रखा है। लेकिन, चीन की तरफ समतल होने के कारण वे हमारे मोर्चे पर 48 घंटे में पहुंच सकते है।” सूत्रों ने बताया, भारतीय क्षेत्र के पास तैनात पीएलए के साथ ही हम सैनिकों की मूवमेंट पर भी करीबी नजर रख रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि एक तरफ जहां भारत और चीन कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर पिछले छह हफ्ते से बात करते आ रहे हैं तो वहीं मोर्चे पर चीन की तरफ से न ही सैनिकों की संख्या में कोई कटौती की गई है और न हथियारों में। सूत्रों ने बताया कि चीन अमूमन अपने दो डिविजन को तिब्बत क्षेत्र में लगाकर रखता है लेकिन इस समय उसने दो अतिरिक्त डिविजन को लगा दिया है।