काबुल. अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में वॉर्निंग दी है। अफगान प्रेसिडेंट अशरफ गनी ने कहा, \"अगर पाकिस्तान हमें वाघा बॉर्डर से भारत के साथ ट्रेड करने से रोकता है तो हम उसके लिए सेंट्रल एशियन स्टेट्स (CAS) जाने वाले रास्ते रोक देंगे।\" इस पर पाकिस्तान के एक अफसर ने कहा कि ऐसा करना संभव नहीं है। बता दें कि 14 सितंबर को गनी दो दिन के दौरे पर भारत आने वाले हैं।गनी ने यूके के स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव से की थी मुलाकात... - मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गनी ने शुक्रवार को यूके के पाकिस्तान-अफगानिस्तान के लिए स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव ओवन जेन्किंस से मुलाकात की थी। - प्रेसिडेंट ऑफिस से जारी स्टेटमेंट में कहा गया कि अगर पाकिस्तान वाघा से भारत में सामान ले जाने की छूट नहीं देता है तो सेंट्रल एशियाई देशों में पाक के ट्रेड पर बैन लगाया जा सकता है। - बता दें कि इस्लामाबाद में बीते हार्ट ऑफ एशिया समिट में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान ट्रेड एंड ट्रांजिट एग्रीमेंट (APTTA) में शामिल होने की ख्वाहिश जताई थी। क्या बोला पाकिस्तान? - पाक के एक अफसर के मुताबिक, \'अफगान प्रेसिडेंट भारत के साथ ट्रेड रिलेशन में छूट चाहते हैं। अभी भी अफगान ट्रकों को भारत में सामान लाने जाने की छूट है।\' - \'फिलहाल अफगानिस्तान के साथ हमारा जो एग्रीमेंट है, उसके मुताबिक उनके ट्रकों को भारत से सामान लाने की छूट नहीं दी जा सकती।\' - \'सिक्युरिटी कारणों के चलते अफगानिस्तान के रास्ते सेंट्रल एशियाई देशों से व्यापार न के बराबर है। लेकिन हम ताजिकिस्तान के साथ ट्राइलेटरल ट्रांजिट ट्रेड एग्रीमेंट (TTTA) पर विचार कर रहे हैं।\' - ये भी बताया जा रहा है कि पाकिस्तान, ताजिकिस्तान जाने के लिए अफगानिस्तान के बजाय दूसरे रूट से जाने की योजना बना रहा है। - इसके अलावा पाकिस्तान, चीन के साथ बन रहे चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) को किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान तक बढ़ाने का भी प्लान कर रहा है ताकि उसका सेंट्रल एशिया तक पहुंच का रास्ता तैयार हो सके। गनी का दो दिन का भारत दौरा - 14 सितंबर को अशरफ गनी दो दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं। - गनी की नरेंद्र मोदी से डिफेंस, व्यापार, सिक्युरिटी जैसे मुद्दों पर बात हो सकती है। - अफगानिस्तान लंबे समय से भारत से लीथल वेपन्स समेत डिफेंस सप्लाई बढ़ाने की मांग कर रहा है। - भारत ने पिछले साल पहली बार अफगानिस्तान को 4 Mi-25 हेलिकॉप्टर दिए थे। कैसा है अफगान-पाक ट्रेड? - अफगानिस्तान के पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों में लगातार गिरावट आई है। - कुछ अनुमानों के मुताबिक, बीते महीनों में सीमा विवाद के चलते दोनों देशों के बीच व्यापार में 50% की गिरावट आई है। - बीते महीने चमन बॉर्डर 14 दिन के लिए बंद कर दी गई। वहीं जून में तुर्खम बॉर्डर एक हफ्ते के लिए बंद कर दी गई। - बता दें कि अफगानिस्तान से पाकिस्तान को ताजे फल भेजे जाते हैं।