नयी दिल्ली: नौकरी बाजार के लिए 2015 एक शानदार साल साबित हो सकता है क्योंकि भारतीय कंपनियों ने करीब 10 लाख नयी नौकरियों का सृजन करने एवं सर्वोत्तम निष्पादन करने वाले कर्मचारियों की पगार 40 प्रतिशत तक बढाने की योजना बनाई है. औसत वेतन वृद्धि भी 15 से 20 प्रतिशत के दायरे में रह सकती है, जबकि 2014 के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों की तनख्वाह 10.12 प्रतिशत बढाई गई थी. इ-कामर्स जैसे नए क्षेत्रों में वेतन वृद्धि अपेक्षाकृत अधिक रहने की संभावना है. विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दो साल के दौरान जीडीपी वृद्धि दर पांच प्रतिशत से नीचे रहने के बाद चालू वित्त वर्ष में इसके करीब 5.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. इससे नौकरी के बाजार में भी तेजी का रुख रहने की संभावना है. मानव संसाधन विशेषज्ञों का मानना है कि 2015 में नौकरी का बाजार काफी मजबूत रहने जा रहा है क्योंकि कंपनियों ने आक्रामक ढंग से नई नियुक्तियां करने की तैयारी की है. इसके अलावा, बडी संख्या में बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा भारत में अपनी इकाइयां लगाए जाने की संभावना है, जिससे विभिन्न स्तरों पर रोजगार के अवसरों का सृजन होगा. माइहाइरिंगक्लब डाट काम के मुताबिक, 2015 नौकरी तलाशने वालों के लिए सकारात्मक बदलाव की लहर लाने वाला है और इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में 9.5 लाख नयी नौकरियों का सृजन होगा.