नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि जन धन योजना के तहत बीमा का लाभ लेने वाले लोगों को पहले की तरह राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी मिलता रहेगा। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के खाताधारकों को बीमा की जो सुविधा मिलेगी वह केवल उनका खाता होने के नाते दी जा रही है। लोकसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के आखिरी क्षणों में सदन में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के स्पष्टीकरण मांगने पर वित्त मंत्री ने यह जानकारी दी। खड़गे ने कहा कि जिन लोगों ने पीएमजेडीवाई में खाते खोले हैं, उन्हें इसके तहत दुर्घटना और सामान्य जीवन बीमा उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने आशंका जताते हुए वित्त मंत्री से स्पष्ट करने को कहा कि कहीं इन लोगों को पहले से चल रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलना बंद तो नहीं हो जाएगा? इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना पहले से चल रही स्कीम है। अब जन धन के तहत यह सुविधा खाताधारकों को केवल इसलिए दी जा रही है क्योंकि उन्होंने इस स्कीम के तहत खाता खोला है। इससे पहले एक अन्य सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि जन धन योजना के तहत बीमा के अतिरिक्त बाकी सुविधाएं उन्हें मिले रुपे कार्ड के इस्तेमाल के आधार पर ही मिलेंगी। इसमें पांच हजार रुपये के ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी शामिल है। जेटली ने कहा कि सरकार ने अब 26 जनवरी तक 10 करोड़ लोगों के खाते खोलने का लक्ष्य बनाया है। इसके बाद देश में साढ़े सात करोड़ परिवारों के पास खाता हो जाएगा। उन्होंने बताया कि संप्रग सरकार की वित्तीय समावेश नीति के मुकाबले राजग सरकार ने पीएमजेडीवाई में गांव को यूनिट नहीं माना है। सरकार की नीति में घर एक यूनिट है।