सिडनी : जेपी डुमिनी की हैट्रिक और इमरान ताहिर के चार विकेट की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को नौ विकेट से हराकर आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने वाली श्रीलंकाई टीम 37.2 ओवर में 133 रन पर आउट हो गई. जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने सिर्फ 18 ओवर में एक विकेट खोकर जीत हासिल की और दबाव के आगे घुटने टेकने वाले चोकर्स का ठप्पा अपने पर से मिटाने की दिशा में पहला कदम उठाया. उसके लिये ताहिर ने 8.2 ओवर में 26 रन देकर चार और ऑफ स्पिनर डुमिनी ने सात ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट लिये. अब तक इस विश्व कप में छह पारियों में सिर्फ 53 रन बनाने वाले किंटोन डिकाक ने नाबाद 78 रन बनाये. उन्होंने तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा को अपनी पारी का 12वां चौका लगाकर टीम को जीत तक पहुंचाया. फाफ डु प्लेसिस 21 रन बनाकर नाबाद रहे. यह विश्व कप नाकआउट चरण में दक्षिण अफ्रीका की पहली जीत है. अब 24 मार्च को सेमीफाइनल में उसका सामना न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच शनिवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच के विजेता से होगा. इसके साथ ही श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने को भी हार के साथ वनडे क्रिकेट से विदा लेनी होगी. विश्व कप 2007 और 2011 उपविजेता टीम के सदस्य रहे ये दोनों दिग्गज जीत के साथ अपने कैरियर को विराम देना चाहते थे. वनडे क्रिकेट में लगातार चार शतक जमाने वाले एकमात्र बल्लेबाज संगकारा ने श्रीलंका के लिये सर्वाधिक 45 रन बनाये. संगकारा टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे जबकि टेस्ट को पहले ही अलविदा कह चुके जयवर्धने सिर्फ चार रन बना सके. इससे पहले श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने आज टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया जो गलत साबित हुआ. चार रन के स्कोर पर उसके दो बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. संगकारा ने सर्वाधिक 45 रन बनाये लेकिन इसके लिये उन्होंने 96 गेंदों का सामना किया और सिर्फ तीन चौके जडे. उन्होंने लाहिरु तिरिमन्ने (41) के साथ तीसरे विकेट के लिये 65 रन की साझेदारी की. एससीजी की पिच पर इनके अलावा श्रीलंका का कोई बल्लेबाज नहीं टिक सका. पिछले दो विश्व कप की उपविजेता और 1996 की चैम्पियन टीम ने चार विकेट नौ गेंद और दो रन के भीतर गंवा दिये और उसका स्कोर आठ विकेट पर 116 रन हो गया. पारी की शुरुआत के लिये भेजे गए कुसाल परेरा तीन रन के स्कोर पर काइल एबोट की गेंद पर विकेटकीपर किंटोन डिकाक को कैच देकर पवेलियन लौटे. फार्म में चल रहे तिलकरत्ने दिलशान ने सात गेंदों का सामना किया लेकिन खाता नहीं खोल सके. वह डेल स्टेन की गेंद पर दूसरी स्लिप में फाफ डु प्लेसिस को कैच देकर लौटे. पांच चौके लगाने वाले तिरिमन्ने ने ताहिर को आसान रिटर्न कैच थमाया. पाकिस्तान में जन्मे इस स्पिनर ने अनुभवी महेला जयवर्धने (4) को भी आउट किया. विश्व कप के बाद क्रिकेट को अलविदा कहने जा रहे जयवर्धने ने शार्ट मिडविकेट पर कैच थमाया. श्रीलंका का स्कोर 24वें ओवर में चार विकेट पर 81 रन हो गया. डुमिनी ने श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (19), नुवान कुलशेखरा (1) और थरिंडु कुशाल (0) को आउट करके हैट्रिक बनाई. सबसे पहले 33वें ओवर में उन्होंने मैथ्यूज को आउट किया और फिर 35वें ओवर में कुलशेखरा और कुशाल को पवेलियन भेजा. विश्व कप में हैट्रिक बनाने वाले वह नौवें गेंदबाज हो गए. पाकिस्तान के सकलेन मुश्ताक (1999) के बाद वह यह कारनामा करने वाले पहले स्पिनर हैं. इस बीच ताहिर ने तिसारा परेरा को पवेलियन भेजकर श्रीलंका की मुश्किलें और बढाई. बारिश के कारण खेल रुकने से पहले संगकारा तेज गेंदबाज मोर्नी मोर्कल की गेंद पर डीप थर्डमैन में कैच देकर लौटे. कुछ मिनट बाद खेल बहाल होने पर ताहिर ने लसिथ मलिंगा को आउट किया.