पटना : एनसीपी के पूर्व नेता व बिहार के कटिहार लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे तारिक अनवर ने घर वापसी करते हुए कांग्रेस का दामन पुनः थाम लिया है। राहुल गांधी मुलाक़ात के बाद श्री अनवर के कांग्रेस में शामिल होने की खबर आई। एनसीपी से इस्तीफा देने के बाद से ही अनवर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी|
गौरतलब है कि श्री तारिक ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा राफेल विमान डील पर दिए बयान से नाराज होकर पिछले माह लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए एनसीपी का साथ छोड़ दिया था। शरद पवार अपने ब्यान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का बचाव किया था जिसके बाद श्री अनवर ने कहा था कि राफेल विवाद पर मैं शरद पवार के बयान से स्वयं को अलग पाता हूं इसके चलते पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। एनसीपी चीफ शरद पवार ने एक टीवी साक्षात्कार में कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि लोग निजी स्तर पर इस मामले में मोदी की संलिप्तता के बारे में सोचते हैं, जिसपर पार्टी के महासचिव अनवर ने कहा, "प्रधानमंत्री पूरी तरह से राफेल सौदे में संलिप्त हैं|"
एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक तारिक अनवर पहले कांग्रेस में थे। सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाकर शरद पवार, तारिक अनवर और पी ए संगमा ने कांग्रेस छोड़ दिया था। तीनों नेताओं ने 25 मई, 1999 को एनसीपी का गठन किया था। अनवर के फैसले के बाद पार्टी ने कहा कि उनका निर्णय 'दुर्भाग्यपूर्ण' है, जबकि पवार की बेटी और पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि प्रधानमंत्री पर एनसीपी प्रमुख का बयान और राफेल सौदे को गलत समझा गया, क्योंकि वास्तव में उन्होंने इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसी) से जांच की मांग की है|