लंदन : ब्रिटेन की मुस्लिम युवतियों को आतंकवाद की विचारधारा में शामिल करने के लिहाज से उन्हें लुभाने के लिए आकर्षक लडकों को इस्तेमाल में लाया जाता है. यह दावा एक पूर्व महिला आतंकवादी ने किया है. आयशा, जो नाम उसे पहचान छिपाने के लिए दिया गया है, नाम की लडकी ने बीबीसी को बताया कि उसे ब्रिटेन को अपने दुश्मन के तौर पर देखना सिखाया गया था लेकिन अब वह इस विचार को खारिज करती है. उसने लंदन की तीन स्कूली लडकियों का भी जिक्र किया जो हाल ही में जाहिर तौर पर सीरिया में इस्लामिक स्टेट :आईएस: के आतंकवादियों के साथ शामिल होने के लिए ब्रिटेन से चली गयीं. आयशा ने बीबीसी के ‘न्यूजनाइट’ कार्यक्रम में कहा कि एक किशोरी के तौर पर वह आकर्षक लडकों की ओर आकर्षित होती थी. उसने कहा, ‘‘यह सोचना सम्मोहित करने वाला होता था कि वाह मैं किसी ऐसे को हासिल कर सकती हूं जो मेरे ही धर्म का है. जो जरुरी नहीं है कि मेरी जाति से हो और यह बात और उत्साह पैदा करती थी.’’ इंग्लैंड के मिडलैंड क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाली आयशा की उम्र इस समय 20 से 25 साल होगी। उसने बताया कि पहली बार उसका संपर्क आतंकवादियों से उस वक्त हुआ जब वह 16-17 साल की थी और पढाई कर रही थी. उसने बताया कि एक शख्स ने उसे फेसबुक पर संदेश भेजा कि वह बहुत आकर्षक लगती है. उस शख्स ने कहा कि ‘‘यह वक्त तुम्हारी खूबसूरती को छिपाकर रखने का है क्योंकि तुम बहुत बेशकीमती हो.’’ ब्रिटिश पुलिस के आला अधिकारियों ने इस हफ्ते खुलासा किया कि कम से कम 60 ब्रिटिश महिलाएं और लडकियां सीरिया गयीं हैं जबकि इस तरह की चेतावनी जारी की गयी है कि आईएस किशोरियों को जिहादी लडाकों की दुल्हन बनाने के लिए अभियान चला रहा है. भारतीय मूल के वरिष्ठ सांसद कीथ वाज ने ब्रिटेन की पुलिस से इस चलन को रोकने को कहा है.