नई दिल्ली। मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान के कराची में होने की पुष्टि के बाद भारत ने पड़ोसी मुल्क पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान से दाऊद को भारत के हवाले करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस बारे में भारत पहले ही पर्याप्त पुख्ता सबूत दे चुका है। भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने टेप की रिकार्डिंग मांगी है ताकि पाकिस्तान को घेरा जा सके। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की दुबई के एक रीयल एस्टेट एजेंट से हुई बातचीत विदेशी खुफिया एजेंसियों ने एक माह पहले रिकार्ड की है। इस टेप को वेब-पोर्टल न्यूज मोबाइल ने जारी किया। टेप की बातचीत से साफ है कि दाऊद अब भी पाकिस्तान के कराची के पॉश इलाके क्लिफटन रोड स्थित बंगले में ही ऐशोआराम से रह रहा है और वहां से अपना दुबई तक का पूरा काला कारोबार चला रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियां पहले ही कहती रही हैं कि दाऊद का बरसों से कराची ही ठिकाना है। जबकि पाकिस्तान झूठ बोल गुमराह करता रहा है कि दाऊद उसके देश में नहीं है। दाऊद के कराची में होने के बारे में नए सुबूत आने पर राजनाथ ने कहा कि वह मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल है। हम पाकिस्तान से पहले ही मांग कर चुके हैं कि वह दाऊद को हमारे हवाले कर दे। उन्होंने सधे स्वर में कहा कि '.थोड़ी प्रतीक्षा कीजिए।' इससे पहले गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी पाकिस्तान से दाऊद को भारत को सौंपने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि दाऊद के ताजा टेप से इस बात के पुख्ता प्रमाण मिलते हैं कि मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड दाऊद अब भी पाकिस्तान के कराची शहर में ही है। सरकार नए साक्ष्यों की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि दाऊद के संबंध में पाकिस्तान को पहले ही पुख्ता सबूत दिए जा चुके हैं। उसे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को गंभीरता से लेकर भारत का सहयोग करना चाहिए। भारत ने पाकिस्तान से औपचारिक अनुरोध कर भी दाऊद को लौटाने को कहा है लेकिन पड़ोसी मुल्क दाऊद की मौजूदगी से ही इनकार करता रहा है। हाल में खबरें आई थीं कि दिसंबर 2013 में भारतीय कमांडो की एक टीम कराची में दाऊद के काफी करीब थीं, लेकिन ऐन वक्त पर इस ऑपरेशन को टाल दिया गया। मुंबई में 1993 में हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों 300 लोग मारे गए थे। वह इस ब्लास्ट का मास्टमाइंड था। तभी से भारतीय एजेंसियां दाऊद को पकड़ने की कोशिश में हैं। ड्रग्स और हथियारों की तस्करी से लेकर क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग जैसे कई मामलों में वह देश में वांछित है। दाऊद बोला, मैं प्रधानमंत्री टेप में दाऊद कह रहा है, 'मेरे लोग मेरी आंखें और कान हैं, इसलिए मुझे बैठे-बैठे दुनिया की खबर मिल जाती है। प्रधानमंत्री खुद गलियों में नहीं घूमते। मेरे लफ्ज दस्तावेज हैं। दस्तावेज फाड़े जा सकते हैं, पर मेरा हुक्म नहीं।' खुफिया एजेंसियों के मुताबिक करीब 1100 करोड़ रुपये की किसी उगाही में पाकिस्तान के बड़े उद्योगपति के लड़के यासिर ने दाऊद इब्राहिम को गुमराह किया था। दाऊद उसी यासिर को इस फोन कॉल में धमकाता हुआ सुनाई दे रहा है। टेप में डॉन यासिर से कह रहा है कि 'अगर डी कंपनी के साथ चालाकी की तो वह उसे बख्शेगा नहीं।'