एक तरफ जहां डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उनके बीच दूसरी मुलाकात करने की संभावना जताई जा रही है वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी सैटेलाइट से मिली जानकारी लगातार उत्तर कोरिया की पोल खोल रही हैं। ताजा मामले में एक बार फिर अमेरिकी सैटेलाइट द्वारा खींची गई तस्वीरों के माध्यम से ऐसी जगह सामने आई है जिसको लॉन्ग रेंज मिसाइल बेस बताया जा रहा है। यह अब तक दुनिया की नजरों से छिपा हुआ था। अमेरिकी सैटेलाइट ने पहली बार इसकी जानकारी दी है। यह दूर-दराज के इलाके में मौजूद ऊंची पहाडि़यों के बीच है।
एक तरफ जहां डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उनके बीच दूसरी मुलाकात करने की संभावना जताई जा रही है वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी सैटेलाइट से मिली जानकारी लगातार उत्तर कोरिया की पोल खोल रही हैं।
जानकारी के मुताबिक सैटेलाइट इमेज में जो जगह दिखाई दे रही है वह यियोंगजियो डॉन्ग मिसाइल बेस की बताई जा रही है। इसकी खास बात यह भी है कि यह अब तक पूरी तरह से एक्टिव है। इसको लगातार विकसित किया जा रहा है। पांच माह पहले जिस उम्मीद के साथ सिंगापुर वार्ता हुई थी यह ताजा तस्वीरें उसका मजाक उड़ाता दिखाई दे रही हैं। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की तस्वीरें सामने आई हैं। सिंगापुर वार्ता के कुछ समय बाद ही अमेरिकी सैटेलाइट से मिली तस्वीरों में उत्तर कोरिया की चीन से लगती सीमा पर दो इमारतों को लेकर भी ऐसी ही जानकारी आई थी। यह इमारतें आज भी अमेरिकी खुफिया एजेंसी की निगाह में हैं। हालांकि इनके रहस्य से पर्दा आज भी नहीं उठ सका है। लेकिन सिंगापुर वार्ता से लेकर अब तक अमेरिकी सैटेलाइट लगातार उत्तर कोरिया पर पैनी निगाह रखे हुए हैं।
इसकी वजह बेहद साफ है। दरअसल, इस वार्ता के पहले से ही उत्तर कोरिया ने इस बात को दर्शाने की कोशिश की थी कि वह शांति स्थापित करने के लिए अपने यहां की न्यूक्यिर साइट को खत्म कर रहा है। इसके अलावा उसने कुछ साइट्स को खत्म करने घोषणा के साथ उसकी तस्वीरें और वीडियो भी जारी की थीं। लेकिन इन सभी के बीच यह जानकारी लगातारा सामने आती रही है कि वार्ता की आड़ में किम लगातार अपनी ताकत को बढ़ा रहे हैं साथ ही लंबी रेंज की मिसाइलों को विकसित करने में लगे हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि कुछ समय पहले उत्तर कोरिया ने खुलकर यह बात कही थी कि यदि अमेरिका उसके ऊपर से प्रतिबंध नहीं हटाता है तो वह दोबारा अपने रुके परमाणु मिसाइल कार्यक्रम को शुरू कर देगा।
अमेरिका के मिडिलबरी इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के मुताबिक उत्तर कोरिया ने यियोंगजियो डॉन्ग बेस पर ताजा निर्माण किया है। यह निर्माण पुरानी जगह से करीब सात किमी दूर किया गया है। यह जगह पहली बार सामने आई है।
यह सबकुछ ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिका की तरफ से किम से दूसरी मुलाकात करने की बातें कही जा रही हैं। यह मुलाकात जनवरी या फरवरी में कभी भी हो सकती है। यह खास मुलाकात सिंगापुर वार्ता के दौरान दोनों नेताओं की रजामंदी के बाद दर्ज बिंदुओं के इर्द-गिर्द होगी। लेकिन जिस तरह से सैटेलाइट इमेज सामने आ रही हैं उसको लेकर लगता है कि इस वार्ता में कुछ समस्या जरूर आएगी। आगामी वार्ता को लेकर तीन जगहों पर नजर है, लेकिन इसका भी खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने इन बातों का जिक्र किया है। उससे पहले इसका जिक्र खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी किया था। उन्होंने यह भी कहा कि वह किम का अमेरिका में स्वागत करने के लिए भी तैयार हैं। आपको बता दें कि पिछली बार जून में इन दोनों नेताओं की सिंगापुर में मुलाकात हुई थी।