पटना : कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने उससे चीन के साथ संबंधों पर कई सवाल पूछे. कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा “चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ के हालिया ट्वीट और रिपोर्ट को देखें तो साफ़ पता चलता है कि भारत सरकार के कठोर क़दमों से बौखलाया यह देश अब उम्मीद भरी निगाहों से अपने परम मित्र कांग्रेस की तरफ़ देख रहा है. गौरतलब हो कि चीन में एक ही पार्टी है, उसी की सरकार और उसी की मीडिया है. उसमें वही बात छपती है जो चीन की सरकार चाहती है. ‘ग्लोबल टाइम्स’ के ट्वीट को देखें तो एक तरह से चीनी सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि भारत में नरेन्द्र मोदी की सरकार को झकझोरने के लिए के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है और झकझोरने की प्रकिया निरंतर चालू है. इससे पता चलता है कि चीन भी मानता है कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर ही देश के दुश्मनों के ‘अच्छे दिन’ आ पाएंगे. कांग्रेस को बताना चाहिए कि आखिर भारत के साथ गद्दारी और दुश्मनी का दशकों पुराना इतिहास रखने वाला कोई देश, उनकी इतनी तरफदारी क्यों कर रहा है?”
कांग्रेस और चीन के बीच हुए 2008 में हुए समझौते के खुलासे की मांग करते हुए डॉ जायसवाल ने कहा “ आज जिस समय देश कोरोना और सीमा विवाद जैसे मसलों से एक साथ जूझ रहा है, उस समय चीन द्वारा कांग्रेस पर दिखाया जा रहा यह भरोसा सामान्य नहीं माना जा सकता. समय आ गया है कि कांग्रेस को चीन के साथ किये अपने समझौते के एक-एक बिंदु और राजीव गांधी फाउंडेशन के नाम पर लिए पैसों के हिसाब को देश के सामने रखना चाहिए.”
उन्होंने कहा “ चीन ही नहीं बल्कि पाकिस्तान भी कई बार कांग्रेस के कंधे पर बंदूक रख कर भारत पर चलाने की कोशिश कर चुका है. याद करें तो जब मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद-370 के प्रावधानों को निरस्त करने के विरोध में पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र को सौंपे गये डोजियर में राहुल गाँधी का बयान भी था. यही नहीं उन्होंने राहुल को ‘भारत का जीरो’ और ‘पाकिस्तान का हीरो’ भी बताया था. कांग्रेस को देश को बताना चाहिए कि चाहे पाकिस्तान हो, आतंकवादी हो या चीन, आखिर ये सभी कॉन्ग्रेस को ही क्यों पसंद करते हैं?”