पटना : विश्व कुष्ठ दिवस के अवसर पर पटना मारवाड़ी महिला समिति द्वारा गुलजारबाग स्थित कुष्ठ नियंत्रण इकाई में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया|
कार्यक्रम में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि कुष्ठ रोग वंशानुगत नहीं है और न ही यह माता-पिता से बच्चों में प्रसारित होता है। कुष्ठरोग कारण संबंधी स्पर्श जैसे कि हाथ मिलाने या साथ खेलने या एक ही कार्यालय में काम करने के माध्यम से नहीं फैलता है। हालांकि अनुपचारित रोगियों के साथ नज़दीकी और लगातार संपर्क रोग के प्रसारण को बढ़ावा देता है।
चिकित्सकों के मुताबिक़ कुष्ठरोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री कहे जाने वाले बैक्टीरिया के कारण होता है। यह पूर्वजन्म के पापों या अनैतिक व्यवहार का परिणाम नहीं है। कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों को आजीविका का अधिकार है तथा सम्मान के साथ जीने का अधिकार है।
पटना मारवाड़ी महिला समिति से जुड़े लोगों ने कार्यक्रम में शपथ ग्रहण कर कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए हरसंभव योगदान देने का वादा किया। कार्यक्रम में उपस्थित कुष्ठ रोगियों के बीच कंबल, साड़ी, लूंगी सहित अन्य अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया|
गौरतलब है कि भारत में प्रत्येक वर्ष महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को विश्व कुष्ठ दिवस मनाया जाता है, जिनकी हत्या आज के ही दिन 1948 में कर की गई थी। इस दिन को फ्रांसीसी मानवीय राउल फोलेरो ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए चुना था, जिन्होंने कुष्ठ रोगो से पीड़ित लोगों की सहायता की थी।
डॉक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि कुष्ठ रोग लाइलाज नहीं है। जैसे पोलियो को हम लोग दुनिया से हटा चुके हैं उसी तरह से कुष्ठ रोग को भी दुनिया से हटाया जा सकता है| प्रांतीय अंचल प्रमुख नीना मोटानी ने बताया कि कुष्ठ रोग से घबराने की बजाय यथाशीघ्र इसकी जांच कराकर उपचार शुरू करानी चाहिए| पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मीना गुप्ता ने बताया कि रोगियों के ठीक होने के बाद उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने एवं अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए हमारी संस्था द्वारा इस दिशा में कार्य किया जा रहा है| शाखा अध्यक्ष सुमिता छावछरिया द्वारा बताया गया कि कुष्ठ रोग एक ऐसी बीमारी है जो हवा में मौजूद बैक्टीरिया के जरिए फैलती है और सही समय पर इलाज होने से यह पूर्णतया ठीक हो जाता है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शाखा सचिव रेखा जैन, कोषाध्यक्ष मीना अग्रवाल, मीना गुप्ता, उषा पोद्दार, उषा टिबरेवाल, उर्मिला संथालिया, साक्षी अग्रवाल सहित पटना मारवाड़ी महिला समिति से जुड़ी अन्य सदस्यों ने अपनी महत्ती भूमिका निभाई|