कंपनियों के CEOs से मिले पीएम, एटमी समेत 12 करार की उम्मीद

रिपोर्ट: ramesh pandey

टोक्यो. नरेंद्र मोदी जापान दौरे पर हैं। शुक्रवार सुबह उन्होंने टोक्यो में जापान के राजा अकिहितो से मुलाकात की। इसके बाद इंडो-जापान फोरम के बिजनेस लीडर्स, कई कंपनियों के सीईओ से मिले। बता दें कि मोदी अब एनुअल समिट के दौरान अपने काउंटर पार्ट शिंजो आबे से मुलाकात करेंगे। इस दौरान 12 करार होने हैं। सिविल न्यूक्लियर डील होने की भी उम्मीद है। इसका मकसद दोनों देशों के बीच रिश्तों को और बेहतर बनाना है। दोनों नेताओं के बीच सिक्युरिटी, ट्रेड, इन्वेस्टमेंट, स्किल डेवलपमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट समेत कई दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। मोदी ने कहा- भारत में कारोबार का माहौल, जापान फायदा उठा सकता है... - मोदी ने कहा, \'\'गुजरात में सीएम रहने के दौरान से मैं जापान के बिजनेस लीडर्स से मिलता रहा हूं।\'\' - \'\'भारत में बिजनेस का माहौल बना है, जापान उसका फायदा उठा सकता है।\'\' - मोदी ने यह भी कहा कि- \"मेड इन इंडिया और मेड बाय जापान का कॉम्बिनेशन बहुत अच्छे तरीके से काम कर रहा है।\" बुलेट ट्रेन में सफर करेंगे मोदी - टोक्यो से कोबे तक मोदी शिंजो आबे के साथ बुलेट ट्रेन से जाएंगे। इसी टैक्नोलॉजी से मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेलवे को तैयार किया जाना है। - वे कोबे में कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज भी जाएंगे। हाई स्पीड ट्रेन यहीं बनाई जाती है। - इस दौरे में एटमी डील के भी आगे बढ़ने की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच इस पर बातचीत कई सालों से चल रही थी, लेकिन 2011 में टोक्यो के फुकुशिमा न्युक्लियर पावर प्लांट में हुए हादसे के बाद यह टल गई। एम्फीबियन प्लेन की भी डील हो सकती है - मोदी के इस दौरे में एम्फीबियन प्लेन US-2i की डील भी हो सकती है। - भारत जापान से 10 हजार करोड़ के 12 एम्फीबियन प्लेन US-2i खरीद सकता है। - ये ऐसे प्लेन हैं जो हवा के साथ-साथ पानी पर भी चल सकते हैं। - दोनों देशों के बीच यह डील चीन के बढ़ते असर को रोकने के लिए है। - मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरक्राफ्ट की ये डील ज्यादा पैसों के चलते 2013 से अटकी हुई है। इसे देखते हुए जापान ने 720 करोड़ कम कर दिए हैं। क्या है US-2i? - US-2i एक एम्फीबियन प्लेन है। ये जमीन और पानी पर टेकऑफ और लैंडिंग कर सकता है। - 4 बड़े टर्बो-इंजन वाला US-2i का इस्तेमाल सर्चिंग और रेस्क्यू ऑपरेशन में किया जाएगा। - साथ ही, प्लेन से किसी इमरजेंसी के दौरान 30 जवानों को घटनास्थल पर ले जाया जा सकेगा। साउथ चाइना सी पर होने वाली बातचीत को लेकर चीन का एतराज - मोदी-आबे के बीच बीच साउथ चाइना सी पर भी बात हो सकती है। इस विवादित आइलैंड पर हक जताने वाले चीन ने भारत को चेतावनी दी है। - चीनी मीडिया में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है, \"अगर भारत ने जापान के साथ मिलकर दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर दखलंदाजी किया और चीन को इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल का आदेश मानने को बाध्य करने की कोशिश की, तो उसे बड़ा नुकसान हो सकता है।\'\' - \'\'साउथ चाइना सी पर भारत दावेदार नहीं है। लेकिन जब से मोदी आए हैं, भारत ने लुक ईस्ट फॉरेन पॉलिसी अपना रखी है।\'\' - चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने आर्टिकल में कहा है - \"दक्षिण चीन सागर के विवाद में शामिल होने से भारत अमेरिका का सिर्फ एक मोहरा बनकर रह जाएगा। साथ ही, चीन के साथ कारोबारी नुकसान का उसे खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा।\'\' - \'\'इस विवाद में पड़ने से भारत का कोई फायदा नहीं होगा, बल्कि नई दिल्ली और बीजिंग के बीच भरोसा टूटेगा।\'\'


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