कला के बिना सभ्य समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। इसी कथन को चरितार्थ करते हुए राग रागिनी कला फॉउंडेशन के द्वारा मुंबई के अंधेरी पश्चिम में स्थित ऑल इण्डिया इंस्टिट्यूट मेयर्स हॉल में गुरू रागिनी मिश्रा के नेतृत्व में मंच परिवेश आयोजित किया गया। इस मंच -परिवेश का विषय रीदम ऑफ एक्सप्रेशन रहा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षणरत छात्राओं के द्वारा कत्थक के कई नृत्यों की प्रस्तुति हुयी। इसके अंतर्गत मुख्य रूप से मंच - परिवेश हेतु संस्था के कई कलाकार जैसे - राशि रणांवरे , सागिनी दते , सयली नार्वेकर ,लिशा नाईक , रोली रोलस्टन , प्रियंका सिंह , हतवे ज़वेरी , हृतिका ज़वेरी , क्षितिजा शेट्टी तथा पर्णिका चौधरी की अत्यंत ही मनमोहक प्रस्तुति हुयी। बता दें कि रागिनी मिश्रा, अभिनेता अवधेश मिश्रा की धर्मपत्नी हैं और वे बेहद उम्दा नृत्यांगना हैं, जो राग रागिनी कला फांउडेशन चलाती हैं।
मालूम हो कि विगत कई वर्षों से कला को समर्पित लगातार कला प्रशिक्षण से लेकर इसके प्रदर्शन को जारी रखा जिसका कि मूर्त्त रूप राग रागिनी कला फॉउंडेशन के रूप में आकार लिया। संस्था के द्वारा बच्चों को प्रशिक्षण तथा राष्ट्रिय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए रागिनी मिश्रा ने अथक परिश्रम किया एवं लगातार निर्बाध रूप से जारी है l इसी श्रृंखला में मंच परिवेश का यह कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत भजन , जाति , अष्ट नायिका , रस तथा द्रौपदी चीर हरण की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण बनी। यहां पांच साल की उम्र की छात्राओं ने परम्परागत नृत्य की प्रस्तुति दी और गुरु रागिनी मिश्रा की सुपुत्री साक्षी मिश्रा का एकल भजन एवं सूफी कत्थक की प्रस्तुति दर्शकों भाव - विभोर किया।
इससे इतर पार्श्व मंच में नृत्य परिसंचालिका- गुरु रागिनी मिश्रा , मंच संचालन - राधा अष्टमी , वस्त्र -विन्यास - साक्षी मिश्रा , प्रकाश परिकल्पना - संजीत कुमार , ध्वनि - व्यवस्था - एरिक रोलस्टन एवं सह कलाकार, गायिका - श्वेता जोशी, तबला - सिद्धेश कामथ ,हार्मोनियम - विनोद पढ़गे तथा बाँसुरी - आनंद काशीकर का महत्वपूर्ण सहयोग मिला l इस मंच - परिवेश का मुख्य आकर्षण रहा रागिनी मिश्रा जी का नृत्य प्रदर्शन , दर्शकों के समक्ष एक अलग ही समां बंधा l दर्शकगण मंत्रमुग्ध होकर इस नृत्यांगना को देखा l
साथ ही साथ इस आयोजन के साक्षी बने कई गणमान्य एवं मुख्य अतिथि- अखिलेश चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक सुधाकर पुजारी, उषा तिमोती , तन्मय जी , तुषार जी और शिवाली कल्चर से रजनी और राणा जी तथा इस कार्यक्रम को आयोजित करने में राग रागिनी कला फॉउंडेशन के गणमान्य सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण रही l