पटना : पथ निर्माण विभाग द्वारा आयोजित इंडियन रोड काँग्रेस का 80वां वार्षिक अधिवेशन रविवार को पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। 19 से 22 दिसंबर 2019 तक आयोजित हुए इस अधिवेशन में एज हजार स्थानीय प्रतिनिधियों के अतिरिक्त देश - विदेश के दो हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ हिस्सा लिया। पटना में आयोजित हुए आईआरसी के 80 वें वार्षिक अधिवेशन में तकनीकि प्रदर्शनी के साथ - साथ तकनीकि वार्षिक सत्र के बैठक का भी आयोजन किया गया।
इस बैठक सत्र में देश - विदेश के अभियंताओं, विशेषज्ञों, राज्य व केंद्र सरकार के अधिकारियों व अभियंत्रण संस्थान के प्रोफेसर के द्वारा सड़क, पुल, आपदा प्रबंधन एवं आधारभूत संरचना पर कई शोध प्रस्तुत किये गए। अधिकारियों ने इस सत्र के दौरान राज्य व केंद्र सरकार की कई परियोजनाओं व नीतियों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा कर उसके आधार पर प्रायोगिक परियोजना के अधीन स्टडी किया गया। चार दिवसीय वार्षिक बैठक सत्र के दौरान सड़क निर्माण, यातायात समस्या, सड़क सुरक्षा , आपदा प्रबंधन आदि की समस्याओं पर नई तकनीक द्वारा कार्य करने एवं अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करने का निर्णय लिया गया।
निजी कंपनियों और सरकारी विभागों द्वारा इस प्रदर्शनी में कुल 96 स्टॉल्स लगाए गए थे जिसके माध्यम से निर्माण और विनिर्माण क्षेत्र में विकसित आधुनिक उपकरणों, मशीनरी, तंत्र और नवीन तकनीकियों का प्रदर्शन किया गया| इस प्रदर्शनी में बिहार के कई सफल मॉडलों और नीतियों को विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाने की बात की गई। इस वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए प्रतिनिधियों द्वारा ऑनलाइन वोटिंग में जरिए नए वार्षिक सत्र के कॉउन्सिल का गठन किया गया जिसमें इंजी. सी पी जोशी ( पीडब्लूडीडी सचिव, महाराष्ट्र ) को आईआरसी का प्रेसिडेंट चुना गया। वहीं इस कॉउन्सिल में बिहार से 3 स्थानीय अधिकारियों को भी चुना गया। अधिवेशन कार्यक्रम के अंत में प्रदर्शनी में स्टॉल्स लगाने वाले सभी प्रतिनिधियों को आईआरसी के द्वारा सर्टिफिकेट दिया गया ।
वहीं आईआरसी के द्वारा अधिवेशन के स्थानीय कमिटी के सभी उपसमितियों के अधिकारियों को भी कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सम्मानित किया गया। चार दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पूर्वी संस्कृति क्षेत्र के कलाकारों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी जिसमें भारत के अलग -अलग राज्यों की संस्कृति आधारित संगीत एवं नृत्य को दर्शाया गया। कार्यक्रम में कलाकारों के द्वारा एक लघु नाटक का भी मंचन किया गया जिसमें वैशाली,बिहार की सभ्यता को दिखाया गया।
वहीं कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बॉलीवुड के पार्श्व गायक शान का म्यूजिकल लाइव रहा जिसका लोगों ने खूब आनंद उठाया। अपने प्रस्तुति के माध्यम से शान ने लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की कोशिश की। अधिवेशन में आए महाराष्ट्र पीडब्लूडी के सेवानिव्रित चंदानी ने अपने इस कार्यक्रम के दौरान हुए अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस तकनीकि प्रदर्शनी में युवाओं द्वारा सड़क सुरक्षा पर प्रस्तुत किए गए रिपोर्ट्स भविष्य में लंबे समय तक लाभकारी होंगे। जबकि मध्य प्रदेश से आयी शोभा खन्ना ने पुल प्रबंधन पर हुए सत्र की सराहना की। एनआईटी के प्रोफेसर संजीव सिन्हा ने अकेडमिया इंडिक्सिंग को आईआरसी पत्रिका के अंक में जोड़ने के लिए अपने सुझाव दिए।
विदित हो कि इंडियन रोड कांग्रेस के 80वें वार्षिक अधिवेशन का उदघाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव की उपस्थिति में किया गया। सभी अतिथियों ने अपने वक्तव्य में इस प्रदर्शनी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। 80वें अधिवेशन कार्यक्रम के समापन के बाद प्रतिनिधियों ने पटना और बिहार की विभिन्न पर्यटकों और एतेहासिक स्थलों का भ्रमण किया । प्रतिनिधयों में से अधिकांश ने राजगीर, नालंदा, पावापुरी, बोधगया, वैशाली आदि के एतेहासिक स्थलों को देखने के लिए गए जबकि अन्य लोगों ने पटना और आसपास के विभिन्न दर्शनीय स्थानों का भ्रमण किया। वहीं अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर बनाए गए पटना में सरदार पटेल भवन, बिहार म्यूजियम, गंगा पर बनाये जा रहे पुल आदि को भी प्रतिनिधियों ने देखकर उसकी सराहना की।
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