कर्नाटक विधानसभा के चुनावी समर में कुछ ही दिन शेष हैं, जिसको देखते हुए सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है| कर्नाटक के चुनावी समर में उतरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलबर्ग के कलबुर्गी में अपनी रैली में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अब कर्नाटक की जनता मई की गर्मी बर्दाश्त कर सकती है लेकिन कांग्रेस की सरकार को नही|
पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक वीरता का पर्याय है| लेकिन कांग्रेस ने फील्ड मार्शल करियप्पा और जनरल थिमय्या के साथ कैसा व्यवहार किया यह सबको पता है| इतिहास इस बात का गवाह है| 1948 में पाकिस्तान को हराने के बाद पीएम नेहरू और रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने जनरल थिमय्या का अपमान किया था| जवानों की शहादत और सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस जवानों की शहादत का जरा भी सम्मान नहीं करती है| जब जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक की, कांग्रेस ने उस पर सवाल उठाए| कांग्रेस सेना से सबूत मांग रही थी|
पिछले दिनों राहुल गांधी के राष्ट्रगीत को लेकर किए गए अपमान पर भी मोदी ने कहा जब कांग्रेस के सर्वोच्च नेता खुली सभा में वंदे मातरम का अपमान कर सकते हैं तो उन से देशभक्ति और पराक्रमों के प्रति सकारात्मक भाव प्रकट होना असंभव है|
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तारीफ करते हुए कांग्रेस के वादों पर निशाना साधा और कहा, "कलबुर्गी आज दालों के लिए एक ब्रांड बन गया है| जो तुअर दाल हम खाते हैं वह यहां के किसानों की कड़ी मेहनत का फल है| यूपी में हम अभी-अभी सत्ता में आए हैं| नेता न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात करते थे लेकिन किसी ने दिया नहीं| लेकिन योगी सरकार ने सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद ही यह कर दिखाया है| किसान नेता येदियुरप्पा सत्ता में आए तो कर्नाटक के किसानों को भी इसका फायदा मिलेगा"