मुंबई: प्रधानमंत्री मोदी ने 21 साल बाद नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। गौरतलब है कि 21 साल पहले जब इस एयरपोर्ट की प्लानिंग की गई थी, तब इसका बजट करीब 3 हजार करोड़ रुपए था, लेकिन अब इस प्रोजेक्ट की कॉस्ट 16 हजार करोड़ रुपए के आसपास है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, "पुरानी सरकारों का स्वभाव लटकाना, अटकाना और भटकाना था। करीब-करीब 10 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट ऐसे ही लटके, अटके और भटके हुए थे। उनको हमने पूरा किया। धन का प्रबंध किया और आज तेज गति से वो काम आगे चल रहे हैं। उसी में से एक नवी मुंबई का एयरपोर्ट का काम है।" बता दें कि मुंबई में एयरपोर्ट पर बढ़ते यात्रियों को देखते हुए 1997 में इसे सेकंडरी एयरपोर्ट के तौर पर प्लान किया गया था, लेकिन अब तक कई वजहों से ये योजना शुरू नहीं हो पाई थी।
प्रधानमन्त्री मोदी बोले, "भारत विविधताओं से भरा देश है अगर इसे प्रॉपर कनेक्टिविटी मिल जाए तो इससे विकास होगा। टूरिज्म एक ऐसे सेक्टर है, जिसमें कम पूंजी निवेश से भी ज्यादा कमाई होगी। टूरिज्म बढ़ता है तो हर आदमी की कमाई बढ़ती है। भारत का एविएशन सेक्टर बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारी सरकार इस सेक्टर को बदलने के लिए एविएशन पॉलिसी लाई। एविएशन ने देश का टूरिज्म सेक्टर भी बढ़ेगा। छत्रपति शिवाजी इंटरनेशल एयरपोर्ट विदेशों के लिए सेवा देता है, जहां यात्रियों की भीड़ अधिकतम स्तर तक पहुंच चुकी है। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) का निर्माण जीवीके पावर एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लि. और शहर व औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के साथ हुए समझौते के आधार पर किया जाएगा।