पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार कैबिनेट का विस्तार करते हुए 23 महीने बाद 8 नये मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया| रविवार को राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में आठ नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. मंत्री पद की शपथ लेनेवालों में जेडीयू के 5 विधायक व 3 विधान पार्षद शामिल हैं| जदयू ने केवल अपने कोटे से ही मंत्रिमंडल में मंत्रियों को शामिल किया है. अपने सहयोगी भाजपा के कोटे का एक पद खाली होने के बाद भी उसके एक भी मंत्री को शामिल नहीं किया गया.
भाजपा नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इस पर सफाई दी है. ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि नीतीश कुमार ने भाजपा कोटे की खाली पड़ी मंत्री सीट को भरने का ऑफर दिया था. लेकिन भाजपा ने इसे भविष्य में भरने का फैसला किया है.
अभी तक नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 25 मंत्री थे, जबकि इनकी संख्या 36 तक हो सकती है. जहां 2017 में भाजपा के साथ सरकार बनाने के समय अनुपातिक आधार पर भाजपा को 14 मंत्री बनाने का कोटा मिला था, जिसमें उनके 13 लोग फिलहाल मंत्री हैं. लेकिन उनके कोटे के सारे विभाग भाजपा मंत्रियों के पास ही हैं. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के पास वित के अलावा चार और विभाग है| उल्लेखनीय है कि नीतीश के तीन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, दिनेश चंद्र यादव और पशुपति कुमार पारस सांसद चुने गए थे।
जेडीयू के 8 नये मंत्रियों को मिली इन विभागों की जिम्मेवारी
1 अशोक चौधरी: भवन निर्माण विभाग
2 रामसेवक सिंह: समाज कल्याण विभाग
3 नरेंद्र नारायण यादव: विधि विभाग
4 संजय झा: सिंचाई विभाग
5 श्याम रजक: उद्योग विभाग
6 बीमा भारती: गन्ना उद्योग विभाग
7 लक्ष्मेश्वर राय: आपदा प्रबंधन विभाग
8 नीरज कुमार: सूचना एवं जनसंपर्क विभाग