पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में लड़ाई लालू प्रसाद यादव से है न कि नीतीश कुमार से. जड़ तो लालू प्रसाद हैं. महत्व जड़ का ही होता है. फुनगी का कोई महत्व नहीं होता है. मोदी गांधी मैदान में कार्यकर्ता समागम के लिए बन रहे मंच के समीप पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राजद और जदयू का विलय विकास की राजनीति के लिए नहीं हो रहा है. यह महाविलय सिर्फ भाजपा को रोकने के लिए हो रहा है. मोदी ने कहा कि देश में विलय का दो बार प्रयोग असफल हो चुका है. वर्ष 1977 में जनता पार्टी के साथ हुआ विलय कुछ ही दिन में खत्म हो गया. वहीं 1989 में वीपी सिंह के समय हुआ विलय भी एक साल से अधिक नहीं चल सका. मंगलवार को गांधी मैदान में आयोजित कार्यकर्ता समागम में लगभग दो लाख कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में अब ठेलमठेल की सरकार नहीं होगी. बिहार में पूर्ण बहुमत की सरकार होने का उन्होंने दावा किया. ऐसी सरकार बनेगी, जिसके जड़ में लालू यादव नहीं होगा. जीतन राम मांझी पर भाजपा के स्टैंड संबंधी प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि उसे वह समागम में खुलासा करेंगे. मोदी ने कहा नीतीश कुमार ने एक महादलित को कमजोर समझा. मांझी को जलील किया. इससे महादलितों में आक्रोश है. इनका एक भी वोट नीतीश कुमार को नहीं मिलनेवाला है. मांझी की रैली में जिस प्रकार की भीड़ आ रही है. इससे स्पष्ट हो गया है कि इनका वोट नीतीश कुमार को मिलनेवाला नहीं है. रैली की सुरक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि सुरक्षा देना सरकार का काम है. यह उन्हें ही करना है. यह मेरा काम नहीं है. उन्होंने सरकार से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की. मोदी ने कहा कि यह कार्यकर्ता रैली है न कि पब्लिक रैली. इसमें तय कर दिया गया है कि किस जिला से कितने लोग आयेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के हर बूथ से दो से तीन लोग रैली में शामिल होंगे. रैली की वजह से होनेवाली परेशानी के लिए खेद : मोदी ने कहा कि रैली में शामिल होने के लिए लगभग दो लाख राजधानी आयेंगे. कम-से-कम दस हजार छोटे वाहन और बड़ी संख्या में बड़े वाहन आयेंगे. रैली में लगभग दो लाख लोगों के आने और वाहनों के कारण होनेवाली परेशानी के लिए उन्होंने अग्रिम खेद प्रकट किया. बिहार को केंद्र से मिली मदद से संबंधित दो लाख परचों का होगा वितरण : रैली में कार्यकर्ताओं के बीच दो लाख परचा बांटने की जानकारी देते हुए कहा कि इसमें बिहार को केंद्र से मिली मदद का विवरण होगा. उसमें बताया जायेगा कि 14 वें वित्त आयोग में बिहार को अधिक धन मिलेगा. भूमि अधिग्रहण के लाभ की जानकारी होगी. इसे कार्यकर्ता बूथ स्तर तक ले जायेंगे. मौके पर विधायक उषा विद्यार्थी, पार्षद लाल बाबू प्रसाद, संजय मयूख, सुधीर कुमार शर्मा आदि मौजूद थे. रैली के लिए डेढ़ लाख लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा मंगल पांडेय ने कहा कि रैली में शामिल होने के लिए डेढ़ लाख लोगों ने अब तक रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. बिहार का सबसे बड़ा कार्यकर्ता समागम होने का दावा करते हुए कहा कि अमित शाह और राजनाथ सिंह के मार्गदर्शन में चुनाव का शंखनाद होगा. बिहार की अराजक सरकार उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य को बड़ी बदहाली की ओर ले जाने के लिए महाविद्यालय के बारे में कार्यकर्ताओं को जानकारी दी जायेगी. जनाधार खिसकने से बैचेन हैं नीतीश कुमार नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को राजद से दोस्ती के बाद अब सुशासन की बात करने का अधिकार नहीं है. रैली को लेकर नीतीश कुमार की टिप्पणी को नकारात्मक बताते कहा कि जनाधार खिसकने से कुमार बेचैन हैं. रैली में इस जनविरोधी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका जायेगा. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जर्मनी में वहां के मेयर को मधुबनी पेंटिंग भेंट कर बिहार के प्रति सम्मान दिया है. इसके लिए हम उन्हें बधाई देते हैं. ऐसी होगी पार्किग बड़े नेताओं के साथ सांसद/विधायक/पार्षद आदि को एसबीआइ के सामने गेट पर उतार कर वाहन एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट और श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल के सामने लगाया जायेगा. वहीं आम लोगों के साथ कार्यकर्ता बीएन कॉलेज और पटना कॉलेज में गाड़ियां पार्क कर सकते हैं. पटना आनेवाली सभी सड़कों पर जिले के सभी एसडीओ नजर रखेंगे ताकि ना आने में और न ही जाने में जाम का सामना करना पड़े. गाड़ी पार्किग के लिए वेटनरी कॉलेज, मीठापुर बस स्टैंड, मोइनुल हक स्टेडियम को भी चिह्न्ति किया गया है. इसके अलावा छोटी गाड़ियों की पार्किग बांस घाट की तरफ की जायेगी. ट्रैफिक व्यवस्था किसी प्रकार का रूट डायवजर्न नहीं किया गया है. तत्काल और किसी रोड पर भीड़ बढ़ती है तो डायवजर्न हो सकता है. इसके अलावा भीड़ के आने और जाने के वक्त गांधी सेतु को वन-वे करने की तैयारी है. रैली में शामिल होने के लिए बाहर से आ रहे लोगों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए भोजपुर, जंदाहा (वैशाली) सहित अन्य जिलों की पुलिस से सहयोग लिया जा रहा है. दो ए पॉजिटिव वीआइपी नेताओं के लिए तैयार रहेंगे पांच ए पॉजिटिव जवान दो ए पॉजिटिव वीवीआइपी नेताओं के लिए आज पांच ए पॉजिटिव जवान. यही वह गणित है जिस पर आज भाजपा समागम में आनेवाले दो वीवीआइपी नेताओं गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह की इमरजेंसी सुरक्षा का हिसाब-किताब लिखा हुआ है. दरअसल, वीवीआइपी की यात्र जहां कई लोगों के लिए रोमांचक अनुभवों वाला होता है वहीं प्रशासन के लिए यात्र को अच्छी तरह निबटा देना एक जंग से कम नहीं होता. इस कारण इनकी यात्र के पहले पूरी कसरत होती है कि कहीं कोई चूक नहीं रह जाये. दरअसल दोनों नेताओं को जेड प्लस की सुरक्षा प्राप्त है. राजनाथ सिंह को जहां इसके अलावा एएसएल ( एडवांस सिक्यूरिटी लायसन) प्रोटेक्शन भी प्राप्त है, वहीं अमित शाह को जेड प्लस के साथ सीआरपीएफ की सुरक्षा भी मिलती है. गृह मंत्रलय की सूची के अनुसार दोनों नेता इंडियन मुजाहिदीन, सिमी जैसे आतंकी संगठनों के निशाने पर भी हैं. खुदा ना खास्ता यदि कोई इमरजेंसी आये तो उसके लिए भी तैयारी करने के निर्देश रहते हैं. संयोग से इन दोनों नेताओं का ब्लड ग्रुप भी एक ही है- ए पॉजिटिव. इसे देखते हुए प्रशासन ने इसी ग्रुप के पांच जवानों की व्यवस्था की है. न्यू पुलिस लाइन के परिचारी प्रवर प्रथम को पांच जवानों की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी है, जो एसबीआइ के सामने स्थित मुख्य प्रवेश द्वार पर रखे गये एक अतिरिक्त एंबुलेंस में रहेंगे. यह एंबुलेंस मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मुहैया करायेंगे, ताकि कोई भी इमरजेंसी आये तो उन जवानों को अविलंब उपयोग किया जा सके.