पटना मारवाड़ी महिला समिति द्वारा “अंगदान-जीवनदान जागरूकता रैली” निकालकर अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक किया गया| कॉलेज ऑफ कॉमर्स (कंकड़बाग) से प्रारम्भ कर राजेन्द्र नगर पुल तक निकाली गयी इस रैली में शामिल लोगों ने राजधानीवासियों से अंगदान करने की अपील की|
समिति की अध्यक्ष नीना मोटानी ने बताया कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य है पूरे देश मे अंगदान के प्रति जागरूकता पैदा करना। उन्होंने कहा कि अंगदान सबसे बड़ा दान है जिसके जरिये किसी व्यक्ति को नया जीवन दिया जा सकता है। नीना मोटानी ने कहा कि प्रतिवर्ष 5 लाख लोग दुर्घटना या अन्य कारणों से शरीर के अंगो के क्षतिग्रत होने के कारण असमय काल के गाल में समा जाते हैं|
आंकड़ों का जिक्र करते हुए नीना मोटानी ने बताया कि प्रतिवर्ष करीब 2 लाख किडनी की जरूरत होती है जिनकी उपलब्धता सिर्फ 6 हजार है। वही लीवर की उपलब्धता मात्र 750 है जबकि लगभग 50 हजार लीवर की जरूरत पड़ती है| इसी प्रकार प्रतिवर्ष 6000 हार्ट की जरूरत होती है जिसकी उपलब्धता मात्र 100 है| ऐसी परिस्थिति में अगर अंगदान के प्रति जनमानस में जागरूकता आ जाए तो हर साल हम लाखों जिंदगियां बचा सकते हैं।
सचिव सुमिता छावछरिया ने बताया कि यह रैली अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के अंतर्गत भारत के 15 राज्यों की 250 शाखाओं द्वारा एक ही दिन निकाली गई।*
रैली में केसरी अग्रवाल, उषा टिबड़ेवाल, प्रभालाल, रेखा जैन, सुषमा गुटगुटिया, शोभा खेतान, कुमुद अग्रवाल, मंजू खेतान, सरला छाबड़ा, कुसुम तुलस्यान, सरोज जैन, किरण सर्राफ, सरिता मोदी, सुमन लता, गोयल, आशा बंका सहित समिति से जुड़ी अन्य महिलायें शामिल थी|