भारत के उपराष्ट्रपति एम०वेंकैया नायडू से भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद पद्मश्री डॉ०सी०पी०ठाकुर ने उपराष्ट्रपति भवन पहुँचकर शिष्टाचार मुलाकात की। शिष्टाचार मुलाक़ात के दौरान डॉ०ठाकुर के नेतृत्व में भाषा सहोदरी हिंदी (न्यास) का एक प्रतिनिधिमंडल भी उपराष्ट्रपति से मिला। प्रतिनिधिमंडल में न्यास के मुख्य संयोजक जयकांत मिश्रा एवं महासचिव दीपक ठाकुर शामिल थे।
मुलाक़ात के क्रम में डॉ०ठाकुर ने उपराष्ट्रपति एम०वेंकैया नायडू से आगामी 11-12 नवंबर को हंसराज कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) में होने वाले 'भाषा-सहोदरी' संस्था की सातवीं वार्षिकोत्सव पर आयोजित दो-दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन करने का आग्रह किया। गौरतलब है कि इस दो दिवसीय सेमिनार में देश भर के शिक्षक, शोधार्थी, प्रोफेशर, लेखक, साहित्यकार, शिक्षाविद, न्यायाधीश, कुलपति, पत्रकार भाग लेंगे। सेमिनार में हिन्दी के विकास को लेकर बातें होगी।
डॉ०ठाकुर के नेतृत्व में मिलने गए न्यास के प्रतिनिधिमंडल और महामहिम उपराष्ट्रपति के बीच हिंदी के विकास को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। जिसमें भारतीय भाषाओं के साथ-साथ हिंदी का केंद्रीय करण भारत मे कैसे हो, न्यायपालिका की भाषा आम जनता की भाषा में हो, अंग्रजी की अनिवार्यता समाप्त हो जिससे हिंदी भाषी लोगों को परीक्षाओं और साक्षात्कार में रुकावट पैदा न हो, एकसमान शिक्षा पूरे देश में लागू हो जिससे देश का कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न हो। उपराष्ट्रपति ने इन सभी बातों को गंभीरता से सुने और अपनी सहमति जाहिर किए।