नई दिल्ली। भारत को ओलिंपिक खेलों में एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाने वाले दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने रविवार को औपचारिक तौर पर संन्यास की घोषणा कर दी है। इस मौके पर बिंद्रा ने कहा कि अब आगे बढ़ने का और युवा पीढ़ी के हाथों कमान सौंपने का समय आ गया है। बिंद्रा हाल ही में रियो ओलिंपिक में छोटे अंतर से पदक चूक गए थे और निराश होने के बावजूद वेे अपने देशवासियों के सामने इसे जाहिर नहीं करना चाहते थे। उन्होंने कहा- मैं रियो में चौथे स्थान पर रहा और अब दो दशकों के बाद खेल से संन्यास ले रहा हूं। रियो में मैं पदक नहीं जीत सका और चौथे स्थान पर रहा लेकिन इसने मुझे अच्छी समाप्ति दी। बिंद्रा ने अपने संन्यास की घोषणा के अवसर पर कहा कि यह उनके लिए एक भावनात्मक दिन है। बिंद्रा ने राष्ट्रीय निशानेबाजी संघ (एनआरएआई) का भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने करियर के हर पड़ाव पर उनकी मदद की। रनिंदर सिंह के नेतृत्व में खेल ने बड़ा सुधार किया है। बिंद्रा ने सबसे पहले में सिडनी ओलिंपिक (2000) में हिस्सा लिया था। 33 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 3 बार ओलिंपिक के फाइनल्स के लिए पात्रता हासिल की। 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में बिंद्रा को 10 मी. एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। इस अवसर पर एनआरएआई के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने बिंद्रा को सम्मानित करते हुए कहा कि यह उनकी तरफ से छोटी सी भेंट है।