रियो ओलंपिक के मिक्स्ड डबल्स में हिस्सा नहीं ले पाने की कड़वाहट अब भी लिएंडर पेस के मन में है। 18 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता पेस ने कहा कि भारत ने रियो में मिक्स्ड डबल्स में अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं भेजी थी। आपको बता दें कि इस स्पर्धा में भारत की ओर से सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी ने हिस्सा लिया था। डबल्स मुकाबले में अपने शानदार प्रदर्शन के संदर्भ में पेस ने कहा, \"मैं स्पष्ट तौर पर कह सकता हूं कि इस ओलंपिक और पिछले ओलंपिक में हमने अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं उतारी। इस ओलंपिक में मिक्स्ड डबल्स में शानदार मौका था। एक व्यक्ति को 14 महीने में चार ग्रैंडस्लैम जीतने से ज्यादा क्या करना चाहिए। जीतने के लिए और टूर्नामेंट नहीं बचे हैं, मैं और टूर्नामेंट नहीं बना सकता। दुखद। लंबी कहानी को छोटा करता हूं, चलिए इन बच्चों को निखारें।\" रियो ओलंपिक में सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को सेमीफाइनल में हार के बाद ब्रॉन्ज मेडल के प्ले आफ मुकाबले में भी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। वहीं मेन्स डबल्स में पेस अपने जोड़ीदार बोपन्ना के साथ पहले ही दौर में हार गए। लंदन ओलंपिक में भूपति ने साथ खेलने से मना किया लंदन ओलंपिक 2012 में महेश भूपति ने पेस के साथ खेलने से मना कर दिया। दोनों ने मिलकर 3 बार ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। लेकिन मतभेद के बाद 2002 में दोनों ने अलग गए. जब एआईटीए ने महेश भूपति को पेस के साथ जोड़ी बनाने के लिए कहा तो भूपति ने जोड़ी बनाने से इंकार दिया. भूपति ने तो पेस के साथ जबरन जोड़ी बनाए जाने की स्थिति में लंदन ओलंपिक में भाग लेने से भी मना कर दिया था। भूपति की राह पर चलते हुए रोहन बोपन्ना ने भी पेस के साथ जोड़ी बनाने से इनकार कर दिया। इसके बाद एआईटीए ने लंदन ओलंपिक के लिए मेन्स डबल्स की दो टीमों को भेजने का फैसला किया। पेस को काफी जूनियर खिलाड़ी विष्णुवर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उस समय विवादों के बीच तीनों जोड़ियों को हार का सामना करना पड़ा। महेश भूपति और रोहन बोपन्ना की जोड़ी और पेस और विष्णुवर्धन की जोड़ी को मेन्स डबल्स के दूसरे दौर में हार मिली। जबकि मिक्स्ड डबल्स में सानिया मिर्जा और लिएंडर पेस की जोड़ी क्वार्टर फाइनल में हार गई।