भारत-चीन सीमा पर जारी तनातनी का यूरेशिया क्षेत्र में पड़ सकता है दुष्प्रभाव

रिपोर्ट: इन्द्रमोहन पाण्डेय

रूस ने कहा कि वैश्विक उथलपुथल और अनिश्चतता के बीच अगर भारत-चीन के बीच सीमा पर अगर तनातनी बढ़ती है तो पूरे यूरेशिया में इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा| आशंका है कि इस तनातनी का दुरुपयोग कुछ ताकतें अपने भू-राजनीतिक उद्देश्य हासिल करने के लिए कर सकती हैं| रूस के उप मिशन प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने अपने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि एशिया की दो ताकतों के बीच तनाव बरकरार होने से रूस चिंतित है| इसे खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच सकारात्मक संवाद होनी चाहिए| क्योकि जब बहुपक्षीय मंच पर सहयोग की बात आती है तो सकारात्मक और सम्मानजनक संवाद काफी महत्वपूर्ण हो जाता है| उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता है तो इसका असर पूरे यूरेशिया की स्थिरता पर पड़ेगा| दोनों देशों द्वारा सीमा पर संयम बरतने और तनाव को राजनयिक और सैन्य माध्यमों से बातचीत के जरिये सुलझाने का निर्णय स्वागत योग्य है|

रोमन बाबुश्किन ने कहा कि एससीओ और ब्रिक्स दोनों संगठनों ने सहयोग के लिए क्षेत्रवार दर्जनों व्यवस्था विकसित की है और उनके प्रासंगिक हित बढ़ रहे हैं| अमेरिका-भारत के बढ़ते संबंधों पर उन्होंने कहा कि जब बहुपक्षीय और द्विपक्षीय प्रतिबद्धता की बात आती है तो नई दिल्ली के प्रति शंका का कोई औचित्य नहीं है| नई दिल्ली वैश्विक ताकत है और उसकी बहुस्तरीय और विविधता युक्त राष्ट्रीय हित हैं| इसका हम सम्मान करते हैं|

 


Create Account



Log In Your Account